आतंकवाद के खिलाफ उलेमा का फतवा जारी, कहा- जिहाद का गलत मतलब निकाल रहे
यूपी में सुन्नी बरेलवी मसलक से जुड़े उलेमा ने आतंकवाद के खिलाफ फतवा जारी किया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने बताया कि बहराइच निवासी डॉ. अनवर रजा कादरी के पूछे गए सवाल के जवाब में यह फतवा दिया गया है।

यूपी में सुन्नी बरेलवी मसलक से जुड़े उलेमा ने आतंकवाद के खिलाफ फतवा जारी किया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने बताया कि बहराइच निवासी डॉ. अनवर रजा कादरी के पूछे गए सवाल के जवाब में यह फतवा दिया गया है। उन्होंने आतंकी घटनाओं को शरीयत की रोशनी में नाजायज बताया है। फतवे में हाफिज सईद के संगठन लश्कर-ए-तैयबा जैसे तमाम आतंकी संगठनों गैर इस्लामी बताया है। आतंकवादी घटनाओं की निंदा करता है।
गुरुवार को बरेली के सिविल लाइंस स्थित उपजा प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि कुरान के मुताबिक एक व्यक्ति की हत्या पूरी मानवता की हत्या है। पैगंबर इस्लाम ने कहा है कि अच्छा मुसलमान वह है, जिसके हाथ, पैर और जुबान से किसी को नुकसान न पहुंचे। एक अन्य हदीस में कहा है कि अपने देश से प्रेम करना आधा ईमान है।
मौलाना ने फतवे में हाफिज सईद के संगठन लश्कर-ए-तैयबा और मसूद अजहर के संगठन जैश-ए-मोहम्मद आदि आतंकी संगठनों को गैर इस्लामी बताया है। कहा गया कि जो लोग इस्लाम के नाम पर संगठन बना चुके हैं, जैसे लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद आदि और उनके माध्यम से लोगों की हत्या कर रहे हैं। ये सभी चीजें शरीयत की रोशनी में नाजायज व हराम हैं।
आतंकी हमले को धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए
फतवे में भारत में सभी धर्मों के अनुयायियों से अच्छे संबंध रखने की बात कही गई है। आज के माहौल में समाज के बीच अच्छे संबंधों की जरूरत है। चाहे वह खुशी का मौका हो या गम का। हमें हर स्थिति में देश के साथ खड़ा होना चाहिए।
लिखा- कुछ लोग जिहाद का गलत अर्थ निकाल रहे
फतवे में लिखा है कि इन दिनों, कुछ लोग कुरान और इस्लाम में जिहाद के अर्थ को गलत तरीके से पेश करके इस्लाम के नाम पर एक-दूसरे को मारने की कोशिश कर रहे हैं। यह इस्लाम, कुरान और हदीस के सिद्धांतों के पूरी तरह से खिलाफ है। इस्लाम ने हमें एक-दूसरे के सुख-दुख में शामिल होने के लिए भी कहा है।