लखनऊ में एक बार फिर ट्रेन पलटाने की कोशिश, ट्रैक पर भगवा कपड़े में लिपटा मिला लकड़ी का टुकड़ा
लखनऊ में छह महीने के भीतर दूसरी बार ट्रेन पलटाने की साजिश रची गई। लखनऊ-नई दिल्ली वाया मुरादाबाद रेल सेक्शन के रहीमाबाद स्टेशन के पास मंगलवार रात किसी ने लकड़ी का बोटा रखकर गरीब रथ स्पेशल ट्रेन को पलटाने की कोशिश की।

लखनऊ-नई दिल्ली वाया मुरादाबाद रेल सेक्शन के रहीमाबाद स्टेशन के पास मंगलवार रात लकड़ी का बोटा रखकर गरीब रथ स्पेशल ट्रेन पलटाने की साजिश की गई। रहीमाबाद और कैथूलिया गांव के बीच डाउन ट्रैक पर ढाई फुट लंबा और 6 इंच मोटा लकड़ी का बोटा आम के पत्तों और भगवा कपड़े में लपेट कर रखा गया था। रहीमाबाद स्टेशन से रवाना होते ही नई दिल्ली जा रही गरीब रथ का इंजन टकराया तो चालक ने ट्रेन रोक कर स्टेशन मास्टर को सूचना दी। रात में ही आरपीएफ और रेलवे अधिकारियों ने ट्रैक साफ कराया। इससे करीब एक घंटे तक डाउन ट्रैक बाधित रहा। गैंगमैन की तहरीर पर रहीमाबाद कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया।
लखनऊ में छह महीने के भीतर दूसरी बार रेलवे ट्रैक पर बोटा रख ट्रेन पलटाने की साजिश रची गई। गैंगमेन राजेश रंजन के मुताबिक मंगलवार भोर में करीब 2:48 बजे लखनऊ से ट्रेन संख्या 05577 अप सहरसा-आनन्द विहार नई दिल्ली गरीब रथ स्पेशल ट्रेन रहीमाबाद और दिलावर नगर स्टेशन के बीच पास हो रही थी। इसी बीच अप लाइन पर कैथूलिया गांव के पास ट्रैक पर आम के पत्तों से ढका लकड़ी के बोटे से ट्रेन का इंजन टकरा गया। गैंगमेन ने पुलिस को बताया कि रहीमाबाद रेलवे स्टेशन पार करने के बाद ट्रेन की रफ्तार कम थी। ऐसे में इंजन में बोटा टकराते ही लोको पॉयलेट ने इमरजेंसी ब्रेक लगा कर ट्रेन रोक ली। अगर रफ्तार अधिक होती तो ट्रेन पलट भी सकती थी।
लकड़ी का बोटा छिपाने के लिए कपड़े से ढका
लोको पायलट की सर्तकता से बड़ा हादसा टल गया। साजिशकर्ताओं ने बोटे को कपड़े से ढका था, जिससे रेलवे ट्रैक पर रखा किसी को दिखाई न पड़े। वहीं, दिल्ली से लखनऊ की तरफ आने वाली डाउन लाइन पर पत्ते लगी छोटी लकड़ियां भी बिखेरी थीं, जिन्हें गैंगमेन ने पुलिस की मदद से हटाया। रेलवे ट्रैक बाधित होने से गरीब रथ करीब एक घंटा खड़ी रही। इस बीच दिल्ली रूट भी प्रभावित हुआ। तीन ट्रेनें काफी देर तक आउटर पर ही रोकनी पड़ीं।
इस मामले में डिसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे ट्रैक को लकड़ी रख कर बाधित किए जाने की सूचना आरपीएफ की तरफ से मिली, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। ट्रैक से लकड़ी हटाई गई। गैंगमेन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
पहले भी हुए प्रयास
24 अक्टूबर 2024: मलिहाबाद में रेलवे ट्रैक पर लकड़ी रख बरेली-वाराणसी एक्सप्रेस पलटाने का प्रयास।
03 दिसंबर 2017: डालीगंज से बादशाहनगर के बीच करीब 150 मीटर रेलवे ट्रैक से फिशप्लेट गायब।
16 जनवरी 2016: मोहनलालगंज दौलतखेड़ा के पास रेलवे पटरियां काटी गईं।