न्याय न मिलने पर दंपति ने की भू समाधि लेने की कोशिश, गर्दन तक गड्ढा खोदकर बैठे पति-पत्नी
देवरिया जिले में नवीन परती की भूमि से अतिक्रमण न हटने से क्षुब्ध एक दंपति ने मंगलवार को गर्दन तक गड्ढा खोदकर समाधि लेने का प्रयास किया। इसकी जानकारी मिलने पर प्रशासन में खलबली मच गई। अधिकारियों ने समझा-बुझाकर दोनों को बाहर निकाला।

यूपी के देवरिया जिले के सलेमपुर तहसील क्षेत्र व नवीन परती की भूमि से अतिक्रमण न हटने से क्षुब्ध एक दंपति ने मंगलवार को गर्दन तक गड्ढा खोदकर समाधि लेने का प्रयास किया। इस सूचना से जिला प्रशासन में खलबली मच गई। प्रशासनिक अधिकारियों ने समझा-बुझाकर दोनों को बाहर निकाला। इसके बाद पैमाइश कर अतिक्रमण हटाया गया।
तहसील सलेमपुर के पुरैनी पतलापुर गांव के चन्दहा टोला के रहने वाले रामनरेश प्रसाद और उसकी पत्नी बुच्ची देवी गांव में नवीन परती की भूमि पर कुछ लोगों द्वारा कब्जा किए जाने की शिकायत करते रहे हैं। एसडीएम, डीएम से लेकर मुख्यमंत्री दरबार में भी दंपति शिकायत कर चुका है। गत 25 अक्तूबर, 2024 को मुख्यमंत्री से दंपति ने शिकायत की तो उसकी जांच भी हुई। आरोप है कि राजस्व विभाग की टीम ने गांव के कुछ दबंग लोगों से मिलीभगत कर सिर्फ कागज में अतिक्रमण हटाने का कोरम पूरा कर दिया। पति-पत्नी लगातार तहसील से लेकर विभिन्न स्तरों तक दौड़ते रहे, लेकिन कब्जा नहीं हटा।
इससे क्षुब्ध होकर मंगलवार की सुबह रामनरेश प्रसाद और उनकी पत्नी बुच्ची देवी घर के पास ही गर्दन तक गहरा गड्ढा खोद कर उसमें समाधि लेने लगे। इस खबर से हड़कंप मच गया। चंद मिनट में ही खुखुंदू थानाध्यक्ष दिग्विजय सिंह पुलिस बल के साथ पहुंच गए। कुछ देर बाद नायब तहसीलदार हरिप्रसाद यादव भी पहुंच गए। उन्होंने दंपति को न्याय दिलाने का आश्वासन देकर गड्ढे से बाहर निकाला। इसके बाद भूमि की पैमाइश की गई। उसमें एक व्यक्ति का झोपड़ी सरकारी भूमि पर बनी हुई पाई गई। राजस्व विभाग की टीम ने उसे खाली करा दिया।
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नवीन परती की भूमि पर गांव के ही कुछ लोगों का कब्जा है। लोगों के मुताबिक दंपति भी ग्राम प्रधान समेत अन्य लोगों से उस भूमि में पट्टे की मांग करता रहा है। पट्टा न मिलने पर काबिज लोगों को हटाने की मांग कर रहा था। इस मामले में 122बी तक की कार्रवाई हो चुकी है।
इस मामले में एसडीएम दिशा श्रीवास्तव का कहना है कि तहसील के पतलापुर में नवीन परती जमीन का मामला है। पैमाइश की गई है। कुछ अवैध कब्जा था, उसे हटा दिया गया है। दंपति को समझा-बुझाकर शांत कराया गया।