Ayodhya s Ramlala Darbar Tremendous vibration and energy claims famous architect Dr Paresh अयोध्या के रामलला दरबार में जबरदस्त वाइब्रेशन और उर्जा, प्रसिद्ध वास्तुकार डॉ परेश का दावा, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Ayodhya s Ramlala Darbar Tremendous vibration and energy claims famous architect Dr Paresh

अयोध्या के रामलला दरबार में जबरदस्त वाइब्रेशन और उर्जा, प्रसिद्ध वास्तुकार डॉ परेश का दावा

पीएम मोदी के लिए भविष्य वाणी करने के बाद आए चर्चा में आए विश्वप्रसिद्ध ज्योतिषी और वास्तुकार डॉक्टर परेश दानी ने दावा किया है कि अयोध्या के राम मंदिर में जबरदस्त वाइब्रेशन और उर्जा है। यहां पर दर्शन के बाद डॉक्टर परेश भाव विभोर दिखाई दिए।

Yogesh Yadav हिन्दुस्तान, अयोध्या। वरिष्ठ संवाददाता।Thu, 13 March 2025 03:38 PM
share Share
Follow Us on
अयोध्या के रामलला दरबार में जबरदस्त वाइब्रेशन और उर्जा, प्रसिद्ध वास्तुकार डॉ परेश का दावा

प्रधानमंत्री मोदी के बारे में सटीक भविष्यवाणी करके चर्चा में आए विश्वप्रसिद्ध ज्योतिषी व वास्तुकार डा परेश दानी ने दावा किया है कि राममंदिर में जबरदस्त वाइब्रेशन है। रामलला के दर्शन के बाद उन्होंने राममंदिर की बनावट, पत्थरों के संयोजन, दिशाओं के आधार पर आकलन करते हुए कहा कि वास्तु की दृष्टि से भी यह ऊर्जा अदभुत केंद्र है। कहा करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ने के चलते यहां ईश्वरत्व का वास स्पष्ट दिखाई पड़ता है।

यूनाइटेड स्टेट के शिकागो से अपने मित्र 85 वर्षीय भाईलाल पटेल को लेकर धर्म यात्रा पर निकले अहमदाबाद से अयोध्या पहुंचे डॉ परेश ने मंगलवार की शाम सरयू आरती के बाद बुधवार को रामलला के दरबार में अपनी हाजिरी लगाई। कनक भवन, दशरथ भवन में दर्शन के बाद डॉ परेश भरतकुंड होते हुए प्रयागराज रवाना हो गए। इसके पहले वाराणसी में काशी विश्वनाथ, कालभैरव, व संकट मोचन दर्शन के बाद अयोध्या पहुंचे डॉ परेश ने राममंदिर की खूब प्रशंसा की।

ये भी पढ़ें:UP में बिजली चोरी पर सख्ती; कर्मचारियों की मॉनिटरिंग, 80% लाइन लॉस पर बर्खास्तगी

श्याम वर्ण के रामलला के विग्रह पर पूछे गए सवाल पर कहा कि शिव को प्रिय श्याम वर्ण का विग्रह ही यहां उत्तम होता। साथ ही सफेद संगमरमर के बैगग्राउंड पर श्याम वर्ण के विग्रह की आभा ही कुछ अलग रूप से निखरकर आ रही है। यही वजह है कि रामलला के दरबार में आने वाले श्रद्धालु को दूर से ही उनके दिव्य दर्शन हो रहे हैं। डा परेश अमेरिका के अलावा कई यूरोपीय देशों में ज्योतिष की कार्यशालाओं आदि में वक्ता के रूप में जाते रहते हैं।

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट से राम मंदिर पर फैसला आने के बाद पिछले साल जनवरी में मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हुआ था। फिलहाल इसके पहले और दूसरे तल पर काम चल रहा है। काफी वैज्ञानिक और वास्तुजानकारों की सलाह के बाद ही मंदिर का नक्शा बनाया गया और उसी के हिसाब से इसका निर्माण कराया गया है। दावा है कि सैकड़ों साल तक मंदिर को किसी भी प्राकृतिक आपदा से कोई नुकसान नहीं हो सकता है।