बहन को तंग कर रहे शख्स का भाई ने किया बुरा अंजाम, सीने से गर्दन तक चाकू घोंप ले ली जान
रविवार की रात देवरिया में आदित्य गोंड़ की हत्या कर दी गई। सोमवार की सुबह सूचना मिली और केस दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की। इस बीच मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने पुरैनी मिश्र की तरफ जाने वाली सड़क के पास से मुजुरी खुर्द निवासी नीतेश गोंड़, राकेश गोंड़ और रीतेश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया।
यूपी के देवरिया के खुखुंदू थाना क्षेत्र के मुजुरी खुर्द में सीने से गर्दन तक चाकुओं से गोद कर बेरहमी से की गई युवक की हत्या का 24 घंटे के अंदर पुलिस ने मंगलवार को पर्दाफाश कर दिया। एक विवाहिता युवती को बार-बार फोन कर परेशान करने के चलते युवती के भाई और उसके दोस्त ने घटना को अंजाम दिया था। घटना में शामिल युवती के भाई समेत तीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। साथ ही उनके पास से घटना में प्रयुक्त धारदार हथियार भी बरामद कर लिया है।
पुलिस लाइन सभागार में घटना का पर्दाफाश करते हुए एएसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि रविवार की रात खुखुंदू थाना क्षेत्र के मुजुरी खुर्द निवासी आदित्य गोंड़ की हत्या कर दी गई। सोमवार की सुबह सूचना मिली और केस दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की। इस बीच मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने पुरैनी मिश्र की तरफ जाने वाली सड़क के पास से मुजुरी खुर्द निवासी नीतेश गोंड़, राकेश गोंड़ व रीतेश यादव को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में नीतेश गोंड़ ने बताया कि उसकी विवाहित बहन को आदित्य आए दिन फोन कर परेशान करता था। इसकी जानकारी बहन ने अपने ससुराल से हमें दी थी। इसके बाद मैंने अपने चाचा के बेटे राकेश गोंड़ और मित्र रीतेश यादव के साथ मिलकर आदित्य की हत्या की योजना बनाई। घटना की रात नीतेश गोड़ घर से चाकू लाया और अपने पास ही रख लिया। इस बीच रात को साढ़े दस बजे किसी से फोन पर बात करते हुए आदित्य घर से निकला तो हम तीनों भी पीछे-पीछे चल दिए। घटना स्थल के पास जैसे ही आदित्य पहुंचा। तीनों ने उसे पकड़ लिया और मुंह दबा दिया। इसके बाद नीतेश ने चाकू से आदित्य के पेट में प्रहार कर दिया। वह लगातार हमला करता रहा। मौत होने की पुष्टि होने के बाद तीनों वहां से तीनों घर चले गए। घटना में प्रयुक्त चाकू घर के बगल में मिट्टी से दबाया हुआ पाया गया। आदित्य का मोबाइल बभनी रोड स्थित सूखे कुंए से तथा खून से सना शर्ट राकेश के घर से उनकी निशानदेही पर बरामद कर लिया गया।
तीनों को कोई अफसोस नहीं
तीनों के चेहरों पर घटना को लेकर कोई अफसोस नजर नहीं आया। नीतेश ने बताया कि उसे घटना को लेकर कोई अफसोस नहीं है। वह उसकी बहन को परेशान कर रहा था। इसलिए उसने इस तरह की घटना को अंजाम दिया है।
घटना को अंजाम देने के बाद राकेश और नीतेश निकल गए बुआ के घर
घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी अपने-अपने घर पहुंचे। कपड़ा बदलने के बाद राकेश व नीतेश अपने बुआ के घर भटहर चले गए। जबकि रीतेश यादव अपने घर में ही सो गया। जब पुलिस सुबह खेत में पहुंची तो घटना स्थल पर भी रीतेश कुछ देर तक रहा और फिर एसपी व अन्य अधिकारियों के निकलने के बाद वह भी गांव छोड़ दिया। वह भी दोनों से जाकर भटहर में मुलाकात की।
नीतेश का कट गया था हाथ
फरवरी माह में ही बहन की शादी हुई थी। इसके बाद से ही आदित्य नीतेश की विवाहित बहन को फोन पर परेशान करता था। नीतेश का कहना था कि कई बार आदित्य को मना किया गया था। बावजूद इसके वह सुधरने का नाम नहीं ले रहा था। पूरी योजना के तहत घटना को अंजाम दिया गया। घटना को अंजाम देते समय चाकू से नीतेश का भी हाथ कट गया। वह खेत के रास्ते ही अपने घर पहुंचा। जाते समय उसके हाथ से खून कई जगहों पर गिरे हुए थे। जिसके जरिये पुलिस को अहम सुराग उसी समय लग गए थे।