एसएनसीयू स्टाफ पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
Badaun News - जिला महिला अस्पताल में मरीजों के साथ वसूली की घटनाएं बढ़ रही हैं। एसएनसीयू में तीमारदारों से इलाज के नाम पर पैसे लिए जा रहे हैं। पीड़ितों ने शिकायत के लिए हंगामा किया और डीएम कार्यालय पर शिकायत पत्र...

जिला महिला अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की वजह से मरीजों के साथ हो रही वसूली का धंधा बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। एसएनसीयू में उपचार के नाम पर वसूली की जा रही है। तीमारदारों को बच्चों की गंभीर हालत का भय दिखाया जा रहा है और रेफर करने की धमकी दी जा रही है। मगर सीएमएस ऐसी गंभीर घटनाओं पर गौर नहीं कर रहे हैं। यही कारण है कि पीड़ित तीमारदार शिकायत लेकर भटक रहे हैं। सोमवार को जिला महिला अस्पताल में तीमारदारों ने हंगामा किया और फिर डीएम कार्यालय पर शिकायती पत्र दिया है। जिसमें बिल्सी के गांव सिद्धपुर चित्रसेन निवासी अजीत पुत्र ओमेंद्र ने शिकायत की है।
पीड़ित ने जब एसएनसीयू पर विरोध और हंगामा किया तो सुरक्षाकर्मियों ने समझाया और शांति से अपनी शिकायत करने को कहा। इसके बाद पीड़ित शांत हो गया और शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित अजीत का कहना है कि 30 मई को उनकी पत्नी संगीता की बिल्सी सीएचसी पर ऑपरेशन से डिलीवरी की गई। इस दौरान दो जुड़वा लड़कों को जन्म दिया। दोनों बच्चों की हालत नाजुक होने की वजह से डाक्टरों ने जिला महिला अस्पताल के एसएनसीयू के लिए भेज दिया। यहां काफी मिन्नत के बाद कर्मचारियों ने भर्ती किया, आरोप लगाया कि कंप्यूटर पर बैठक कार्य कर रहीं स्टाफ नर्स ने दो हजार रुपये लिये हैं, रोजाना बच्चों के उपचार के नाम पर दो हजार रुपये ले लिये जा रहे हैं। मना किया तो स्टाफ नर्स धमकाती हैं कि अभी छुट्टी कर रेफर कर देंगी। वहीं ऑवला के गांव मनोना निवासी चांदनी पत्नी राहुल का बच्चा भी भर्ती है एक सप्ताह में कोई सुधार नहीं हुआ है। रोजाना पैसा वसूली की जाती है। एसएनसीयू में वसूली का मामला संज्ञान में नहीं है। मेरे पास लिखित तौर पर कोई शिकायत नहीं आई है। हम बाहर हैं, जाकर देखते हैं, क्या मामला है। वसूली करना गलत बात है । डॉ. इंदुकांत वर्मा, सीएमएस जिला महिला अस्पताल
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।