तीन में से दो शावकों को सुरक्षित स्थान पर ले गई मादा तेंदुआ
Balrampur News - दहशत पचपेड़वा, संवाददाता। मनकौरा के मजरे टिकुइया गांव में मादा तेंदुए ने घनी झाड़ियों

दहशत पचपेड़वा, संवाददाता।
मनकौरा के मजरे टिकुइया गांव में मादा तेंदुए ने घनी झाड़ियों के बीच तीन शावक छिपा रखे थे। जिसमें से दो शावकों को रविवार की रात लेकर सुरक्षित स्थान पर चली गई। एक शावक झाड़ियों के बीच उछल कूद कर रहा है। वन कर्मियों ने उसे दूध पिलाया है। गांव में वन कर्मी ग्रामीणों को जागरूक कर रहे हैं। झाड़ियों के आस पास चार कैमरे लगाए गए हैं। ग्रामीणों में दहशत बरकरार है।
रविवार को टिकुइया निवासी नरायन पाठक पुत्र सर्वदेव के घर के बगल घनी झाड़ियों में तेंदुए के तीन शावक दिखे थे। जिसकी सूचना पर उप प्रभागीय वनाधिकारी मनोज व रेंजर देवेन्द्र प्रताप सिंह वन विभाग की टीम के साथ घटना स्थल पहुंचे थे। झाड़ियों में तेंदुए के तीन शावक देखे गए, जिनकी उम्र एक माह से कम थी। आनन-फानन में झाड़ी के चारों ओर कैमरे लगा दिये गए। वन कर्मियों ने तुरंत जागरूकता अभियान शुरू कर दिया। ग्रामीणों को झाड़ियों से दूर रहने की सलाह दी गई। एसडीओ व रेंजर को पूरा विश्वास था कि मादा तेंदुआ शावकों को देर रात किसी सुरक्षित स्थान पर जरूर ले जाएगी। इस बात को ध्यान में रखते हुए गांव के सभी बल्ब बुझा दिए गए। वन कर्मी भी सुरक्षित स्थान पर चले गए। एसडीओ के मुताविक मादा तेंदुआ रात नौ से दस बजे के बीच आयी और दो शावकों को जबड़े में पकड़कर उत्तर दिशा की ओर चली गई। उसके बाद वह वापस नहीं लौटी। गांव के उत्तर दिशा में भांभर नाला स्थित है। नाले के किनारे घनी झाड़ियां हैं। बताया जाता है कि मादा तेंदुआ शावकों को उन्हीं झाड़ियों में लेकर गई है। तीसरे शावक को वन कर्मियों ने कटोरे में दूध पिलाया और दूर से ही उसकी निगरानी में लगे रहे। दिन भर जागरूकता अभियान गांव में चलता रहा। लोगों को सख्त हिदायत दी गई कि वे झाड़ियों की ओर कतई न जाएं। बच्चों को सुरक्षित रखें। अकेले खेतों में काम करने न जाएं। एसडीओ ने बताया कि सोमवार देर रात तेंदुआ अपने तीसरे शावक को भी ले जा सकती है। गांव में 24 घंटे के लिए वन विभाग की टीम तैनात की गई है।
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