वैज्ञानिक खेती से बदल रहे अब किसान, 29 से कृषि संकल्प अभियान
Bareily News - कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने संयुक्त खरीफ उत्पादकता गोष्ठी में किसानों को आधुनिक खेती के लाभ बताए। उन्होंने पारंपरिक खेती से हटकर वैज्ञानिक खेती को अपनाने की अपील की। मंत्री ने सोलर प्लांट लगाने...

संयुक्त खरीफ उत्पादकता मंडलीय गोष्ठी में मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने तमाम योजनाओं के बारे में किसानों को अवगत कराया। कहा, वैज्ञानिक खेती से किसान और देश बदल रहा है। किसानों से अपनी पारंपरिक खेती से हटकर कुछ करने का निर्णय लिया। जिससे किसान समृद्ध और खुशहाल बन रहे हैं। पिछली सरकारों में मंत्री किसान गोष्ठियों में नहीं जाते थे। योगी और मोदी राज में किसानों की खुशहाली को विभिन्न योजनाएं लाभांवित कर रही हैं। जीआईसी आडिटोरियम में मंडलीय गोष्ठी का आयोजन में मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा,2014 के बाद से प्रधानमंत्री मोदी और 2017 के बाद से मुख्यमंत्री योगी किसानों की स्थिति बेहतर करने में जुटे हैं।
गोष्ठी में दलहन, तिलहन फसलों और मोटे अनाज का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया। प्रदेश में लगभग 85 प्रतिशत गन्ना भुगतान किसानों का हो गया है। यहां मंडल में 10 चीनी मिलों ने किसानों का शत-प्रतिशत भुगतान कर दिया। गोष्ठी में मंत्री शाही ने अधिकारियों से कहा, जिन जिलों की फसल उत्पादकता कम है, उसकी वजह तलाशें। मंडलायुक्त, डीएम और सीडीओ इसे जानें। मंत्री ने किसानों से ढैंचा की खेती करने की अपील की। आडिटोरियम परिसर में सरकारी योजनाओं की जानकारी को वन विभाग, पशुपालन समेत कई अन्य विभागों के स्टॉल लगाए गए। वहां किसानों को खाद और बीज की जानकारी दी गई। सोलर प्लांट की जानकारी देने के लिए नेडा का स्टॉल लगा। मोटे अनाज से बने खाद्य पदार्थों का भी स्टॉल लगाया। सोल प्लांट लगवाएं किसान कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने गोष्ठी में किसानों को संबोधित करते हुए कहा, कि किसान अधिक से अधिक सोलर प्लांट लगवाएं। सरकार 25 साल तक गारंटी दे रही है। बीज विकास निगम के निदेशक पंकज त्रिपाठी ने कहा कि ढैंचा के बीज की कोई कमी नहीं है। किसान गन्ना समेत अन्य जो भी फसल करें। खेत के एक छोटे से हिस्से में ढेंचा की पौध लगाकर छोड़ दें। ढैंचा बीज अनुदान भी मिल रहा है। ढैंचा से मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है। कृषि उपकरणों पर पक्की रसीद लें कृषि विभाग के प्रमुख सचिव रविंद्र ने कहा, बरेली और मुरादाबाद मंडल के जिलों में किसानों का रुझान मूंगफली और मूंग की खेती की तरफ कुछ सालों से बढ़ा है। मूंगफली और मूंग के समर्थन मूल्य पर खरीद को क्रेंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजकर अनुमति मांगी जा चुकी है। एक जून से केंद्र खोलने की मांग की गई है। यदि दुकानदार किसानों को कृषि से जुड़े उपकरण, बीज आदि खरीद पर पक्की रसीद नहीं देते हैं, तो दुकानदारों पर एफआईआर दर्ज कराएं। जीआईसी यह लोग भी पहुंचे एमएलसी कुंवर महराज सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल, मंडलायुक्त बरेली सौम्या अग्रवाल, मंडलायुक्त मुरादाबाद आंजनेय सिंह, डीएम बरेली अविनाश सिंह, जिला कृषि अधिकारी बरेली ऋतुषा तिवारी, पीलीभीत से नरेंद्र पाल, शाहजहांपुर से विकास किशोर, बदायूं से दुर्गेंश, संयुक्त कृषि निदेशक राजेश कुमार, बरेली के डीडी कृषि अभिनंदन सिंह, बदायूं के मनोज कुमार, पीलीभीत के राममिलन, शाहजहांपुर के धीरेंद्र सिंह कृषि अधिकारी मौजूद रहे। काफी संख्या में किसान भी पहुंचे। 29 मई से शुरू होगा कृषि संकल्प अभियान कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने गोष्ठी में बताया, सरकार 29 मई से विकसित कृषि संकल्प अभियान का आगाज करेगी। जिसमें किसानों को खरीफ फसलों की जानकारी देने को कृषि वैज्ञानिकों की टीमें गांव-गांव जाएंगी। किसानों को फसलों एवं खेती के प्रति जागरूक करेंगी। वैज्ञानिकों के साथ कृषि विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र, प्रगतिशील किसान और विभाग के कर्मचारी भी रहेंगे। एक टीम प्रतिदिन करीब 200 किसानों से बात करेगी। किसानों को मिट्टी,फसल चक्र, खरीफ की फसलों, हाइब्रिड बीजों की जानकारी टीमें देंगी। किसानों से सुझाव भी लिये जाएंगे।
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