5 शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति में बड़ा ऐक्शन, एडी बेसिक समेत 9 पर FIR
- यूपी के आजमगढ़ में फर्जी शिक्षकों के नियुक्ति में मामले में बड़ा ऐक्शन हुआ है। यहां बीएसए की तहरीर पर एडी बेसिक समेत नौ पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

यूपी के आजमगढ में सरदहा बाजार (महराजगंज) स्थित श्रीमती परमा देवी जायसवाल बालिका जूनियर हाईस्कूल में पांच शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति के मामले ने तूल पकड़ लिया। बीएसए राजीव पाठक की तहरीर पर एडी बेसिक, प्रबंधक और बीएसए कार्यालय के दो बाबुओं समेत नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। जांच में पता चला कि कोविड काल के दौरान साक्षात्कार दिखाया गया था। जांच में पता चला कि एडी बेसिक ने कूटरचित हस्ताक्षर से अनुमोदन भी ले लिया था।
जनवरी, 2024 में विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य मिश्रीलाल और नवजागृति सेवा संस्थान ने मंडलायुक्त से शिकायत की कि पांच शिक्षकों की नियुक्ति फर्जी ढंग से हुई। इनमें चार महिलाएं और एक पुरुष शामिल रहा। मामले की जांच संयुक्त शिक्षा निदेशक को सौंपी गई। जांच में पता चला कि कोविड काल के दौरान साक्षात्कार दिखाया गया था। प्रधानाध्यापिका-पर्यवेक्षक के फर्जी हस्ताक्षर बना दिए गए। बात यही खत्म नहीं हुई। एडी बेसिक मनोज कुमार मिश्र ने तत्कालीन बीएसए अंबरीश कुमार के कूटरचित हस्ताक्षर से अनुमोदन भी ले लिया। डिस्पैचर रजिस्टर से भी छेड़छाड़ की गई। फर्जीवाड़े की सूचना प्रयागराज में शिक्षा निदेशक (बेसिक) के शिविर कार्यालय को दी गई।
यूपी के आजमगढ में सरदहा बाजार (महराजगंज) स्थित श्रीमती परमा देवी जायसवाल बालिका जूनियर हाईस्कूल में पांच शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति के मामले ने तूल पकड़ लिया। बीएसए राजीव पाठक की तहरीर पर एडी बेसिक, प्रबंधक और बीएसए कार्यालय के दो बाबुओं समेत नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। जांच में पता चला कि कोविड काल के दौरान साक्षात्कार दिखाया गया था। जांच में पता चला कि एडी बेसिक ने कूटरचित हस्ताक्षर से अनुमोदन भी ले लिया था।
जनवरी, 2024 में विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य मिश्रीलाल और नवजागृति सेवा संस्थान ने मंडलायुक्त से शिकायत की कि पांच शिक्षकों की नियुक्ति फर्जी ढंग से हुई। इनमें चार महिलाएं और एक पुरुष शामिल रहा। मामले की जांच संयुक्त शिक्षा निदेशक को सौंपी गई। जांच में पता चला कि कोविड काल के दौरान साक्षात्कार दिखाया गया था। प्रधानाध्यापिका-पर्यवेक्षक के फर्जी हस्ताक्षर बना दिए गए। बात यही खत्म नहीं हुई। एडी बेसिक मनोज कुमार मिश्र ने तत्कालीन बीएसए अंबरीश कुमार के कूटरचित हस्ताक्षर से अनुमोदन भी ले लिया। डिस्पैचर रजिस्टर से भी छेड़छाड़ की गई। फर्जीवाड़े की सूचना प्रयागराज में शिक्षा निदेशक (बेसिक) के शिविर कार्यालय को दी गई।
|#+|
सिधारी थानाध्यक्ष शशिचंद चौधारी ने बताया कि बीएसए राजीव पाठक की तहरीर पर एडी बेसिक मनोज कुमार मिश्र, जिनके पास बीएसए का भी कार्यभार था, के खिलाफ केस दर्ज किया गया। इसके अलावा बीएसए कार्यालय के तत्कालीन पटल सहायक, पटल सहायक डिस्पैच, प्रबंधक जयकिशन लाल गुप्ता, सहायक अध्यापिका नमिता जायसवाल, चंदा शुक्ला, उर्मिला यादव, वंदना यादव और सहायक अध्यापक सुमन यादव पर भी मुकदमा किया गया।