हत्या के बाद सो गया और सुबह झूमते हुए बाहर निकला बेदर्द मंटू
Bijnor News - भाई-भाई की कहावत को गलत साबित करते हुए मंटू ने अपने सौतेले भाई मोंटी की हत्या कर दी। मंटू ने मोंटी को नींद की गोली देकर बेहोश किया और फिर उसका गला काट दिया। हत्या के बाद मंटू ने नशे में होने का नाटक...

कहावत है कि भाई भाई का मजबूत बाजू होता है। मुसीबत आने पर सब साथ छोड़ सकते है, लेकिन भाई साथ खड़ा रहता है। इस कहावत को पत्थर दिल मानव उर्फ मंटू ने गलत साबित कर दिया। बेदर्द मंटू भाई का गला काटने के बाद बराबर के कमरे में आराम से जाकर सो गया। सुबह मोंटी बजरंगी की हत्या का शोर सुनकर अपने कमरे से झूमता निकला और नशा होने का नाटक करने लगा। सौतेले भाई मानव उर्फ मंटू ने अपने मां-बाप के साथ मिलकर रविवार को ही हत्या की पटकथा तैयार कर ली थी। जिसके तहत मोंटी बजरंगी को राजमा की सब्जी में नींद की गोली एटेविन मिलाकर रख दी थी। रात करीब साढ़े दस मोंटी बजरंगी घर आया था और कुछ देर रूक बिना खाना खाए घर से चला गया था। इससे मंटू व उसके मां-बाप परेशान हो गए थे। उनको अपनी योजना फेल होती दिखाई दे रही थी। कुछ देर बाद मोंटी के आने के बाद उसे नींद की गोली वाले राजमा-चावल खाने को दिए गए थे। जिसको खाने के बाद वह बेसुध होकर सो गया था। रात्रि करीब साढ़े 12 बजे मंटू फरसा लेकर मोंटी के कमरे में गया और उसका गला काट दिया। भाई की हत्या करने के बाद मंटू बराबर के कमरे में जाकर चैन की नींद सो गया। जबकि उसके मां-बाप भी दूसरे कमरे में आराम से सोते रहे। सुबह मोंटी ही हत्या के बाद शोर होने पर मंटू अपने कमरे से झूमता हुआ निकला और खुद को नशे में होने का नाटक करने लगा। मोंटी के मामा की तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने मंटू को हिरासत में ले लिया था। इसके बाद भी पुलिस को मंटू गुमराह करता रहा और खुद को रात नशा देने की बात बताता रहा। लेकिन उसका झूठ पुलिस के सामने ज्यादा देर तक नहीं रह पाया।
------
बहन व जीजा का नहीं मिला कोई रोल
पुलिस के मुताबिक मोंटी हत्याकांड में सौतेली बहन शालू व उसके पति अनुज कुमार पुत्र जसवंत निवासी रायपुर बेरीसाल थाना मंडावर से भी पूछताछ की गई। जांच के दौरान बहन व जीजा को हत्याकांड के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। दोनों की संलिप्ता नहीं पाई गई।
बोला हत्यारोपी, मैं नहीं मारता तो मुझे मार देता मोंटी..
बिजनौर। हत्यारोपी मंटू को डर था कि मोंटी उसकी हत्या कर सकता है या करवा सकता है। इसी डर के चलते उसने मोंटी की हत्या को अंजाम दिया है।
एएसपी सिटी संजीव बाजपेई ने बताया कि मंटू को डर था कि उसका सौतेला भाई मोंटी उसकी हत्या करा सकता है। तीन-चार दिन पहले दोनों में कहासुनी हुई थी। जिससे वह मोंटी से डर गया था। रविवार को हत्यारोपी मंटू काम से नजीबाबाद गया था। लौटने के दौरान मंटू को लेकर कि उसके पीछे बाइक सवार लगे है। उसे शक हुआ कि मोंटी ने उसको मारने के लिए आदमी लगाए है। इसी डर से उसने मोंटी की हत्या कर दी।
----
शातिर अपराधी है पिता बलराज
मोंटी का पिता बलराज उर्फ बल्ले किरतपुर थाने का शातिर अपराधी है। बल्ले पर नौ मुकदमें दर्ज है। जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, चोरी व मारपीट आदि शामिल है। गांववालों के मुताबिक बलराज आसपास के भटटा मालिकों से अवैध करता है।
----
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।