भाजपा ने पश्चिमी यूपी में तीन जिलाध्यक्षों को किया रिपीट, पांच नए चेहरों पर लगाया दांव
- करीब तीन महीने के इंतजार के बाद रविवार को भाजपा जिलाध्यक्षों की घोषणा हो गई। पश्चिम क्षेत्र में घोषित आठ जिलाध्यक्षों में से सिर्फ तीन लोग ही अपनी सीट बचा पाए हैं बाकी पांच नए चेहरों पर पार्टी ने दांव लगाया है।

करीब तीन महीने के इंतजार के बाद रविवार को भाजपा जिलाध्यक्षों की घोषणा हो गई। पश्चिम क्षेत्र में घोषित आठ जिलाध्यक्षों में से सिर्फ तीन लोग ही अपनी सीट बचा पाए हैं बाकी पांच नए चेहरों पर पार्टी ने दांव लगाया है। मेरठ-सहारनपुर समेत पश्चिम के छह जिलों में अध्यक्षों के नाम का ऐलान फिलहाल होल्ड कर दिया गया है। बुलंदशहर, बिजनौर, मुजफ्फरनगर और संभल में वर्तमान अध्यक्ष को ही फिर से जिम्मेदारी दी गई है। मेरठ में विवेक रस्तोगी और सहारनपुर में शीतल बिश्नोई को नया महानगर अध्यक्ष बनाया गया है, नोएडा-गाजियाबाद और मुरादाबाद में भी महानगर अध्यक्ष पद पर नए चेहरों का ऐलन किया गया है। रविवार को प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर पश्चिम क्षेत्र के 13 जिलों में महानगर, जिलाध्यक्ष की घोषणा की गई। पश्चिम क्षेत्र में मेरठ, सहारनपुर, हापुड़, अमरोहा, बागपत और शामली में जिलाध्यक्ष की घोषणा फिलहाल होल्ड पर है।
इन्हें मिली जिम्मेदारी
बुलंदशहर में विकास चौहान, बिजनौर में भूपेन्द्र चौहान‘बॉबी’, मुजफ्फरनगर में सुधीर सैनी, मुरादाबाद में आकाश पाल और संभल में हरिन्द्र सिंह रिंकू उर्फ हरेन्द्र चौधरी को फिर से भाजपा का जिलाध्यक्ष घोषित किया गया है। गाजियाबाद में चैनपाल सिंह, गौतमबुद्धनगर जिले में गजेन्द्र मावी की जगह अभिषेक शर्मा को पहली बार जिले की कमान मिली है। इसके साथ ही रामपुर में हंसराज पप्पू की जगह हरीश गंगवार, मुरादाबाद महानगर में संजय शर्मा की जगह गिरीश मंडूला, गाजियाबाद में मंयक गोयल को महानगर, नोएडा महानगर में मनोज गुप्ता की जगह महेश चौहान के नाम का ऐलान हुआ है। मेरठ महानगर में सुरेश जैन रितुराज की जगह विवेक रस्तोगी और सहारनपुर में पुनीत त्यागी की जगह शीतल बिश्नोई को महानगर अध्यक्ष घोषित किया गया है। इस तरह भाजपा के पश्चिम क्षेत्र के 19 जिलों में से 13 जिला-महानगर में अध्यक्षों की घोषणा कर दी गई।
जातिगत समीकरण का रखा गया ध्यान
पश्चिम क्षेत्र के 13 जिला, महानगर में जातिगत समीकरण का विशेष ध्यान रखा गया है। ब्राह्मण, वैश्य, ठाकुर, जाट, गुर्जर वर्ग से अध्यक्ष बनाये गए हैं। 13 में से पांच अध्यक्ष ओबीसी से हैं। वहीं, तीन ठाकुर, ब्राह्मण, जाट, गुर्जर, पाल, गंगवार, सैनी और पंजाबी बिरादरी से एक-एक अध्यक्ष बनाये गये हैं। वैश्य समाज से मेरठ, सहारनपुर और गाजियाबाद महानगरों में अध्यक्ष बनाये गये हैं। त्यागी समाज की अभी भागीदारी नहीं हो सकी है। अनुसूचित जाति से भी कोई अध्यक्ष नहीं बन पाया है।
महिला शक्ति को नहीं मिली जगह
पश्चिम क्षेत्र के 19 में से 13 घोषित अध्यक्षों में फिलहाल महिला शक्ति की भागीदारी नहीं हो सकी है, जबकि महिलाओं की भागीदारी को प्राथमिकता देने की बात कही जा रही थी।