नीली-पीली टोकन पर्ची और क्यू आर कोड, टोल प्लाजा के पास यूं चल रहा था देह व्यापार
- गिरफ्तार किए गए लोगों पर अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा कोतवाली थाने में दर्ज हुआ है। गिरफ्तार लोगों में पांच पुरुष और एक महिला है। देह व्यापार के लिए लड़कियों को जाल में फंसाया जाता था। अनैतिक कार्य करने वालों को टोकन पर्चियां दी जाती थीं। मौके पर कोई लेनदेन नहीं होता था।

यूपी के बस्ती जिले में नीली-पीली टोकन पर्ची और क्यू आर कोड के जरिए देह व्यापार चल रहा था। पुलिस ने बस्ती के मड़वानगर टोल प्लाजा के पास एक भवन में चल रहे देह व्यापार के अड्डे पर छापा मारा तो वहां भगदड़ मच गई। मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि देह व्यापार के लिए लड़कियों को जाल में फंसाया जाता था। अनैतिक कार्य करने वालों को टोकन पर्चियां दी जाती थीं। मौके पर कोई लेनदेन नहीं होता था। पर्चियां शहर के अन्य हिस्से में रुपये लेकर दी जाती थीं। मौके पर पुलिस को 13 नीली और 16 पीली टोकन पर्चियां मिलीं। मौके पर देह व्यापार में प्रयोग होने वाला एक बोरा सामान, 22 मोबाइल, 40 हजार से अधिक रुपये, एक डीबीआर मिला। तीन क्यूआर कोड भी मिले जिनके सहारे ऑनलाइन पेमेंट लेने का भी काम होता था।
गिरफ्तार किए गए लोगों पर अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा कोतवाली थाने में दर्ज हुआ है। गिरफ्तार लोगों में पांच पुरुष और एक महिला है। सीओ सिटी सत्येन्द्र भूषण तिवारी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में शिवमूरत चौधरी, अंबुल पटेल, राजू यादव, रामकरन, हिमेश त्रिपाठी और एक महिला है। इन सभी को पुलिस ने सीओ सिटी के नेतृत्व में 16 अप्रैल को मुखबिर की सूचना पर टोल प्लाजा के पास एक दो मंजिला मकान में पकड़ा था।
सीओ ने बताया कि यहां पर यहां पर महिलाएं पुरुषों के साथ मिलकर धन अर्जित करने के लिए अनैतिक देह व्यापार करती थीं। शिवमूरत स्वयं को भवन का मालिक और अंबुज को हिस्सेदार बताया। इन दोनों बताया कि ये महिलाओं और लड़कियों के लिए ग्राहक बुलाते थे। देह व्यापार से अर्जित धन से मकान का किराया व लड़कियों का हिस्सा देने के बाद जो बचत होती थी, उसे शिवमूरत और अंबुज आधा आधा बांट लेते थे।
सीओ के नेतृत्व में की गई थी छापेमारी
टोल प्लाजा के पास 16 अप्रैल को सीओ सिटी सत्येन्द्र भूषण तिवारी, एसओजी प्रभारी चंद्रकांत पांडेय, रमेश, अभय उपाध्याय, धर्मेन्द्र कुमार, इरशाद खान, शिवम यादव, चंदन, विभा सिंह, नीलम यादव, प्रिया सिंह, मधु सिंह, नीलम शुक्ला और अन्नपूर्णा की टीम ने छापेमारी कर मौके से लोगों को गिरफ्तार किया था।
मौके पर मिली थीं नौ युवतियां और महिलाएं
छापेमारी के दौरान मौके से आठ युवतियां और एक महिला मिली थीं। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था। हालांकि ‘लाइव हिन्दुस्तान’ इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। अब कार्रवाई के नाम पर संचालिका के तौर पर एक महिला का नाम सामने आया और उसके खिलाफ एफआईआर हुआ है। शेष आठ युवतियां कौन थीं और कहां गईं, इसका खुलासा नहीं हो पाया है।