उजाड़ने वाले उजड़ेंगे, 2 बेटों और पोते के शव के सामने दहाड़ी मां; फतेहपुर में बुलडोजर ऐक्शन शुरू
- दो बेटों और एक पोते के शव देखकर अस्सी साल की हो चुकीं पप्पू सिंह-पिंकू सिंह की मां और अभय सिंह की दादी ग्राम प्रधान रामदुलारी का गुस्सा फूट पड़ा। कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि जब तक उनके घर को उजाड़ने वालों के घर नहीं उजड़ेंगे, तब तक हम अपने लालों के शवों का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

यूपी के फतेहपुर में मंगलवार को किसान नेता विनोद सिंह उर्फ पप्पू सिंह, उनके पुत्र अभय सिंह और भाई अनूप सिंह उर्फ पिंकू सिंह की गोलियों को भूनकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस घटना को लेकर पूरे इलाके में गम और गुस्सा है। तीनों शवों को पोस्टमार्टम के बाद बुधवार की भोर में घर लाया गया। दो बेटों और एक पोते के शव देखकर अस्सी साल की हो चुकीं पप्पू सिंह-पिंकू सिंह की मां और अभय सिंह की दादी ग्राम प्रधान रामदुलारी का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने पुलिस-प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि जब तक उनके घर को उजाड़ने वालों के घर नहीं उजड़ेंगे, तब तक हम अपने लालों के शवों का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने किसान नेता के परिवारीजनों और समर्थकों को समझाने की कई बार कोशिश की लेकिन वे सब आरोपियों का घर जमींदोज करने पर अड़ गए। इस बीच जैसे ही प्रशासन को एक हत्यारोपी के अवैध कब्जे की जानकारी मिली गांव में बुलडोजर ऐक्शन शुरू हो गया।
फतेहपुर के डीएम और एसपी भारी पुलिस बल और जेसीबी के साथ मौके पर पहुंचे। आरोपितों की आवासों की जांच में सहआरोपी विपुल सिंह के नवीन परती पर बने निर्माणाधीन टीन शेड को प्रशासन ने ढहा दिया। वहीं किसान नेता के परिजन इसके बाद भी मुख्य आरोपी पूर्व प्रधान का घर ढहाने तक अंतिम संस्कार न करने की बात पर अड़े रहे। भाकियू नेता ने प्रशासन के खिलाफ हंगामा करते हुए नारेबाजी की। फतेहपुर के हथगाम थाने के गांव अखरी में पूर्व प्रधान मुन्नू सिंह ने मंगलवार को अपने पुत्रों के साथ मिल कर गांव से एक किलोमीटर दूर किसान नेता पप्पू सिंह, इनके बेटे अभय सिंह और भाई अनूप सिंह उर्फ पिंकू की गोली मार कर हत्या कर दी थी। एक दिन बाद भी इस घटना को लेकर अखरी गांव में हर तरफ तनाव दिख रहा है।
छावनी में तब्दील हुआ गांव
अखरी गांव में मंगलवार को भी चार घंटे चले हंगामे के बाद ही पुलिस शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज पाई थी। घटना के बाद से गांव छावनी में तब्दील है। बुधवार भोर पोस्टमार्टम बाद शवों को ग्राम प्रधान रामदुलारी के सामने रखा गया। प्रशासन शवों के अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को समझाने की कोशिश की लेकिन वह आरोपितों का घर जमींदोज करने की मांग पर अड़ गए। मृतक किसान नेता पप्पू सिंह की मां और ग्राम प्रधान रामदुलारी ने कहा कि जब तक उनके घर को उजाड़ने वालों के घर नहीं उजडेंगे, तब अपने लालों के शवों का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। मामले की जानकारी पर डीएम रवीन्द्र सिंह, एसपी धवल जायसवाल प्रशासनिक अफसरों और राजस्व कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचकर आरोपियों के आवासों की जांच शुरू कराई। जांच में नवीन परती जमीन पर सह अभियुक्त विपुल सिंह द्वारा अवैध कब्जा की पुष्टि होने पर उसके टीन शेड को ध्वस्त कर दिया। लेकिन प्रशासन की कार्रवाई से परिजन और भाकियू नेता संतुष्ट नहीं है। प्रशासन पर आरोप लगाते हुए भाकियू नेताओं ने हंगामा काटा। भाकियू के प्रदेश प्रभारी ( युवा) अनुज सिंह ने कहा कि घटना में पुलिस प्रशासन का रवैया खेदजनक है। जब तक आरोपियों के घर नहीं ढहाएं जाएंगे, तब कर अंतिम संस्कार नहीं होगा। भाकियू दुखी परिवार को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर आंदोलन करेगा।
अभियुक्त की बहन को हिरासत में लिया
पुलिस ने ट्रिपल मर्डर के सह अभियुक्त विपुल सिंह की बहन मुकुल सिंह को हिरासत में ले लिया। आरोपी की घर के छानबीन के दौरान बहन के विरोध पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए साथ थाने ले गई।
छह के खिलाफ दर्ज है मुकदमा
मृतक अनूप सिंह उर्फ पिंकू की पत्नी मनीषा सिंह ने पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू सिंह, पीयुष, भूपेन्द्र, विपुल, सज्जन सिंह और राहुल पाठक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस तीन आरोपियों को घटना के बाद गिरफ्तार करने का दावा करते हुए बुधवार सुबह दो को एनकांउटर में पकड़ने की बात कही है।