पूर्वांचल एक्सप्रेसवे समेत लखनऊ के पांच स्थानों पर बनेंगे बस अड्डे, LDA ने आरक्षित की 165 एकड़ जमीन
लखनऊ में पांच नए बस अड्डे बनाए जाएंगे। लखनऊ विकास प्राधिकरण यानी एलडीए ने इसके लिए 165 एकड़ जमीन चिह्नित कर आरक्षित कर दी है। मास्टर प्लान 2031 के संशोधित प्रारूप पर भी इन बस अड्डों को अंकित कर दिया गया है।

यूपी की राजधानी लखनऊ में पांच नए बस अड्डे बनाए जाएंगे। लखनऊ विकास प्राधिकरण यानी एलडीए ने इसके लिए 165 एकड़ जमीन चिह्नित कर आरक्षित कर दी है। मास्टर प्लान 2031 के संशोधित प्रारूप पर भी इन बस अड्डों को अंकित कर दिया गया है। भविष्य में कोई भी इनके लिए आरक्षित जमीन पर निर्माण नहीं कर पाएगा। प्राधिकरण की बसंत कुंज योजना के सेक्टर-ए में स्थित 30 मीटर चौड़ी सड़क पर एक बस अड्डे के लिए पांच एकड़ भूमि आरक्षित की गई है। इस भूमि की आरक्षित दर 36,250 रुपये प्रति वर्ग मीटर तय की गई है। चूंकि यह जमीन किसानों से खरीदी गई है, इसलिए एलडीए ने इसकी दर पहले से ही निर्धारित कर दी है।
इन सभी स्थानों की जमीन मास्टर प्लान में परिवहन उपयोग के लिए आरक्षित की गई है। जिससे राज्य सड़क परिवहन निगम भविष्य में वहां बस अड्डों का निर्माण कर सके। एलडीए ने इस संबंध में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक को औपचारिक जानकारी दे दी है।
प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि ये जमीनें अब पूरी तरह से आरक्षित हैं और इन पर किसी अन्य प्रयोजन से निर्माण की अनुमति नहीं दी जाएगी। परिवहन निगम को इन बस अड्डों के लिए ज़मीन स्वयं खरीदनी होगी। यह पहल लखनऊ की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को अधिक व्यवस्थित और व्यापक बनाने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।
एलडीए ने मास्टर प्लान 2031 के संशोधित प्रारूप में चार अन्य प्रमुख स्थानों पर भी बस टर्मिनल के लिए भूमि चिन्हित की है।
मोहनलालगंज (डेहवा एवं मऊ गांव): 14.414 हेक्टेयर
किसान पथ, मोहन रोड (खुशहाल गंज, मौदा, सरोसा भरोसा एवं डिघिया): 77.239 हेक्टेयर
किसान पथ (जुग्गौर गांव): 16.865 हेक्टेयर
सुल्तानपुर रोड, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (मुअज्जम नगर, बक्कास, दुलार मऊ): 53.418 हेक्टेयर