नौकरी, डिग्री के बाद अब रेलवे में प्रोमोशन की परीक्षा का पेपर लीक, 26 गिरफ्तार, रात भर CBI की रेड
- डिग्री और नौकरी की परीक्षाओं के बाद पेपर लीक से विभागीय प्रोमोशन की परीक्षा भी बच नहीं पाई। सीबीआई ने परीक्षा से पहले सोमवार की रात 26 लोगों को गिरफ्तार कर लिया जिसमें रेलवे के अफसर भी शामिल हैं।

देश में पेपर लीक का वायरस नौकरी और डिग्री की परीक्षाओं के बाद विभागीय प्रोन्नति की परीक्षा में भी फैल गया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रेलवे की लोको पायलट प्रोमोशन एग्जाम से एक रात पहले पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर में छापेमारी कर कुल 26 लोंगो को गिरफ्तार कर लिया है जिसमें रेलवे के कर्मचारी और अफसर भी शामिल हैं। प्रोमोशन की यह परीक्षा मंगलवार को होनी थी जिसमें 80 परीक्षार्थी शामिल होते। पेपर लीक का खुलासा होने के बाद रेलवे ने परीक्षा को रद्द कर दिया है। सीबीआई को इस रेड के दौरान रेलवे के दो अफसरों के पास 1.17 करोड़ रुपये की नकदी भी मिली है जो उन्होंने परीक्षा में पेपर लीक का फायदा उठाकर तैयारी कर रहे लोगों से जुटाए थे।
सीबीआई टीम ने सोमवार की रात भर छापेमारी के बाद पकड़े गए 26 लोगों को लेकर मंगलवार को लखनऊ लौट गई। सोमवार रात से मंगलवार दोपहर तक लगभग 15 घंटे की रेड से विभाग में हड़कंप मचा रहा। पीडीडीयू रेल मंडल में लोको पायलटों की पदोन्नति के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी जिसे पास करने वाले लोगों से मुख्य लोको निरीक्षक (लोको इंस्पेक्टर) के 19 पद भरे जाने थे। 4 मार्च को रेलवे के पूर्व मध्य इंटर कॉलेज में परीक्षा होनी थी। 82 लोको पायलटों ने इसके लिए आवेदन किया था। बाद में दो आवेदकों ने नाम हटा लिया था। 80 लोको पायलटों की परीक्षा होनी थी।
यूपी बोर्ड 10वीं का पेपर लीक, व्हॉट्सएप ग्रुप पर हो गया वायरल, FIR दर्ज
विभागीय परीक्षा में पेपर लीक और रिश्वत की सूचना पर सोमवार की रात लखनऊ से सीबीआई टीम पहुंच गई। पहले उसने हनुमानपुर शाहकुटी स्थित एक लॉन से नौ लोगों को पकड़ा। इनमें सीनियर डिविजनल इलेक्ट्रिक इंजीनियर (डीईई) ऑपरेशन सुधांशु पराशर और 6 लोको पायलट शामिल थे। सभी को सीबीआई टीम मुगलसराय कोतवाली ले आई। पूछताछ के बाद टेंट वाले और लॉज संचालक को छोड़ दिया गया। दूसरी टीम ने सिद्धार्थपुरम कॉलोनी में एक मकान से 19 लोगों को पकड़ा। ये भी परीक्षा देने आए लोको पायलट बताए जा रहे हैं। उनके पास से प्रश्नपत्र की फोटो कॉपी भी बरामद हुई। सीबीआई ने सीनियर डीपीओ सुरजीत सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई ने सुधांशु और सुरजीत के आवास से 1.17 करोड़ रुपये भी बरामद किए हैं।
JAC 10th Exam : पेपर लीक के चलते झारखंड बोर्ड मैट्रिक हिंदी व साइंस की परीक्षा रद्द
सीबीआई की जांच में अब तक जो बात सामने आई है उसके मुताबिक सुधांशु पराशर को परीक्षा का प्रश्न बनाने का काम मिला था। उन्होंने हाथ से ही अंग्रेजी में सवाल तैयार कर दिए और उसे एक लोको पायलट को हिन्दी अनुवाद करने दे दिया। लोको पायलट ने हिन्दी सवाल बनाकर एक दूसरे अफसर को दिया जिस पर आरोप है कि उसने कैंडिडेट्स को पेपर लीक कर दिया। गिरफ्तार हुए लोगों में 17 लोको पायलट भी हैं जो परीक्षा देने आए थे और जिनके ठिकानों से लीक पेपर मिला।