विस्थापन से पहले पुनर्वास की व्यवस्था कराने की मांग
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नियामताबाद, हिन्दुस्तान संवाद। रेवसा बस्ती बचाओ संघर्ष समिति ने भारतमाला एक्सप्रेसवे निर्माण से प्रभावित हो रहे लोगों के विस्थापन से पहले पुनर्वास की व्यवस्था की मांग को लेकर गांव में ही अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। धरनारत ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि बगैर पुनर्वास के उनका विस्थापन न किया जाए। यदि ऐसा हुआ तो आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इस दौरान अध्यक्ष अभिषेक कुमार रिक्की ने कहा कि भारतमाला एक्सपे्रसवे परियोजना के लिए गांव की जमीन अधिग्रहित की गई है। जिसमें कई लोगों के रिहायशी मकान बने हुए है। बीते दिनों जिला प्रशासन की ओर से कई लोगों के मकान बगैर मुआवजा के गिराए गए।
इससे ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कहा कि यदि ग्रामीणों को विस्थापित ही करना है तो सबसे पहले उनके पुनर्वास की व्यवस्था की जाए। इसके बाद उन्हें हटाया जाए। कारण कि जिन ग्रामीणों की जमीन और मकान भारतमाला परियोजना की जद में आ रहे हैं, वह बहुत ही गरीब तबके के लोग हैं। जिनके पास जमीन भी नहीं है। ऐसी स्थिति में जिनके घर गिराए गए है उनके रहने के ठिकाना ही नहीं है। चेताया कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो आंदोलन करने को बाध्य होंगे। सोमवार को संघर्ष समिति के लोगों ने पीडीडीयू नगर तहसील में मांग पत्र भी उप जिलाधिकारी कार्यालय में दिया। धरना देने वालों में उपेंद्र कुमार, अभिषेक कुमार, सोमदत्त कुमार, संदीप कुमार, राजनाथ, बंस लाल, अशोक, देवेन्द्र, सोनू कुमार, सूरज आदि शामिल रहे।
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