सीएम ने बिना सुने दिया जवाब, विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर विवादित बयान पर रामगोपाल की सफाई
विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर विवादित बयान के बाद मचे सियासी बवाल के बीच सपा नेता रामगोपाल की सफाई आ गई हे। उन्होंने शुक्रवार सुबह पोस्ट कर सफाई दी है कि सीएम ने बिना सुने जवाब दिया है।

विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर विवादित बयान पर मचे सियासी बवाल के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने शुक्रवार को सफाई दी है्। उन्होंने सीएम योगी के ट्वीट पर जवाब देते हुए कहा कि आश्चर्यजनक है कि पूरा बयान सुने बिना जवाब दे दिया है। उन्होंने कई आरोप भी लगाए हैं ।
शुक्रवार सुबह सोशल मीडियो साइट ऐक्स पर पोस्ट कर लिखा कि उत्तर भारत के कुछ राज्यों में विशेषकर उत्तर प्रदेश में जहां धर्म, जाति और वर्ग देखकर लोगों पर फ़र्ज़ी मुकदमे लगाए जा रहे हों, जाति धर्म के आधार पर एनकाउंटर किये जा रहे हों, जाति धर्म के आधार पर गैंगस्टर लगा कर संपत्ति जब्त की जा रही हो, जाति धर्म और वर्ग देखकर महिलाओं पर अत्याचार किए जारहे हों। जाति-धर्म और वर्ग देख कर कर्मचारियों और अधिकारियों की पोस्टिंग्स की जातीं हो। ऐसी विकृत मानसिकता ( corrupt mentality) के लोगों के वारे में कल मैंने एक कार्यक्रम में कहा था कि कर्नल सोफिया का धर्म नाम से पहचान लिए इसलिए गाली दी गईं। विदेश सचिव मिस्त्री को गाली दीं गई। अगर इन गाली वाजों को ये पता चल जाता की व्योमिका सिंह जाटव हैं और एयर मार्शल अवधेश भारती यादव हैं तो ये इन अफसरों को भी गालियां देने से बाज नहीं आते।
मुझे आश्चर्य इस बात का है कि जिस मुख्यमंत्री की नाक के नीचे अल्पसंख्यकों, दलितों और पिछड़ों पर अकल्पनीय अत्याचार हो रहे हों उन्होंने मेरा पूरा बयान बगैर सुने ही ट्वीट कर दिया। जिन मीडिया चैनलों ने इस्लामाबाद और रावलपिंडी पर कब्जा कर लिया था उनसे मुझे कोई शिकायत नहीं क्योंकि उन पर सत्ता पक्ष के अलावा किसी को विश्वास नहीं।
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव द्वारा गुरुवार को मुरादाबाद में विंग कमांडर व्योमिका सिंह को लेकर दिए बयान पर विवाद उठ खड़ा हुआ है। राम गोपाल के बयान पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के कई नेताओं ने पलटवार किया है। मुख्यमंत्री ने इस बयान को संकुचित मानसिकता करार दिया है। साथ ही इसे सेना के सम्मान के खिलाफ करार दिया है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी इसे ओछी मानसिकता करार दिया है।