महाकुंभ में बाबा रामदेव के साथ सीएम योगी ने किया योग, संगम तट पर कुछ यूं दिखी जुगलबंदी
- संगम तट पर बाबा रामदेव और सीएम योगी ने एक साथ योग किया। इस दौरान योग मुद्रा के प्रदर्शन में सीएम योगी और बाबा रामदेव की जुगलबंदी ने बरबस ही लोगों का ध्यान खींच लिया। अब इस जुगलबंदी की कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं।

CM Yogi and Baba Ramdev: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सोमवार को अपने परिवार के साथ प्रयागराज महाकुंभ पहुंचे थे। यहां उन्होंने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बाबा रामदेव भी मौजूद रहे। गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी में बाबा रामदेव और सीएम योगी ने एक साथ पहले स्नान फिर संगम तट पर योग किया। इस दौरान योग मुद्रा के प्रदर्शन में सीएम योगी और बाबा रामदेव की जुगलबंदी ने बरबस ही लोगों का ध्यान खींच लिया। अब इस जुगलबंदी की तस्वीरें भी सोशल मीडिया के जरिए सामने आई हैं।
संगम स्नान के दौरान भी सीएम योगी और बाबा रामदेव की जुगलबंदी देखने को मिली। साधु-संतों ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को वैदिक मंत्रों के साथ स्नान कराया। स्नान के बाद जब सभी लोग वापस जाने लगे तो इसी दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाबा रामदेव का हाथ पकड़ा और उन्हें संगम में एक बार और डुबकी लगाने के लिए ले जाने लगे। इसके बाद दोनों ने एक साथ संगम में पवित्र डुबकी लगाई। कपड़ा पहनने के बाद आगे कार्यक्रम आगे बढ़ ही रहा था कि बाबा रामदेव ने सीएम योगी आदित्यनाथ का हाथ पकड़ा और फिर दोनों एक पैर पर योगासन करने लगे। उन्हें योग करते हुए आसपास मौजूद लोग प्रसन्नचित होकर देखते रहे।

लोगों का कहना हे कि बाबा रामदेव ने ताड़ासन के अभ्यास के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस आसन को पूरी तन्मयता के साथ करके दिखाया। दोनों के योगाभ्यास की तस्वीरें सामने आई हैं। इन तस्वीरों में बाबा रामदेव और सीएम योगी की जुगलबंदी दिख रही है।

संगम के तट पर संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा भी मौजूद थे। उनके और बाबा रामदेव के बीच कुछ बात हुई। बाबा रामदेव सीएम योगी आदित्यनाथ के पास गए। इसके बाद संगम तट पर दोनों ने साथ योगासन शुरू किया। दोनों को योग मुद्रा बनाते देख कौतुहल से लोग देखने लगे।
सोशल मीडिया पर वायरल कंटेंट पर बाबा रामदेव ने किया कटाक्ष
योग गुरु बाबा रामदेव का नि:शुल्क योग चिकित्सा और ध्यान शिविर सोमवार को सेक्टर नौ स्थित श्रीगुरुकार्ष्णि शिविर में शुरू हो गया। प्रशिक्षण सत्र के दौरान उन्होंने महाकुम्भ के नाम पर इन सोशल मीडिया पर वायरल कंटेंट पर कटाक्ष किया। कहा कि फनी वीडियो, कॉमेडी के नाम पर कुछ भी वायरल हो रहा है। कोई चला रहा बाबा ने चिमटा मारा, कोई कह रहा बाबा ने तीन फीट ऊंची चिलम फूंकी और हद तो तब हो गई जब किसी ने चलाया कि कुम्भ की सबसे सुंदर महामंडलेश्वर कौन। सवाल किया कि क्या ये कुम्भ है, क्या प्रदर्शनी लगी है। कहा, धर्म जीवन के आचरण में श्रेष्ठ है। कुम्भ में जिसे देखो बाबा लिखे हुए है, जिस प्रकार हर कोई प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या राष्ट्रपति नहीं हो सकता उसी प्रकार हर कोई बाबा नहीं हो सकता। जिन्होंने जीवन के परमतत्व को पा लिया है ऐसे सद्गुरुओं के सानिध्य में आकर हम कुम्भ का वास्तविक अर्थ जान सकते हैं। कहा कि सनातन के पर्व और उत्सव के अर्थ समझकर कुम्भ में आएं और नहाएं। बाबा रामदेव ने सुबह पांच से 7:30 बजे तक योगाभ्यास कराया।