यह मामला काठमांडू से लगभग 40 किमी दूर काभ्रे जिले में पतंजलि योगपीठ द्वारा खरीदी गई 32 हेक्टेयर जमीन से जुड़ा है। यह जमीन योग केंद्र और हर्बल खेती के उद्देश्य से खरीदी गई थी।
अदालत ने कहा कि टैक्स अथॉरिटीज की तरफ से जीएसटी ऐक्ट के सेक्शन 122 के तहत पेनाल्टी लगाई जा सकती है। इसके लिए क्रिमिनल कोर्ट में किसी तरह के ट्रायल की जरूरत नहीं है। बेंच ने साफ कहा कि जीएसटी की पेनाल्टी का मामला सिविल प्रकृति का है। इसमें क्रिमिनल ट्रायल की कोई जरूरत नहीं है।
पतंजलि फूड्स के शेयर की बात करें तो शुक्रवार को करीब 5 फीसदी की बड़ी गिरावट आई। ट्रेडिंग के दौरान शेयर 1670 रुपये के नीचे आ गया। शेयर के 52 हफ्ते का लो 1,170 रुपये है।
सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी (Life Insurance Corporation) ने बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की अगुवाई वाली कंपनी पतंजलि फूड्स (Patanjali Foods) में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। एक्सचेंज को दी जानकारी में पतंजलि फूड्स ने बताया है कि एलआईसी ने 2 प्रतिशत से अधिक हिस्सा खरीदा है।
पतंजलि फूड्स ने मार्च तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 76.3% बढ़ गया। अब कंपनी का मुनाफा 358.5 करोड़ रुपये हो गया है। डिमांड के मोर्चे पर पतंजलि ने कहा कि ग्रामीण बाजार लगातार पांचवीं तिमाही में शहरी बाजारों से आगे निकल रहे हैं।
योग गुरु बाबा रामदेव ने तो भारत सरकार से विशेष मांग कर डाली। रामदेव ने कहा कि अब हमें कराची और लाहौर में तिरंगा फहराना चाहिए। उन्होंने साथ ही पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भी वापस लेने की वकालत की है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि सशस्त्र बलों के साथ मिलकर काम करना और भारत पर बुरी नजर रखने वालों को 'मुंहतोड़ जवाब' देना उनकी जिम्मेदारी है।
दिल्ली हाईकोर्ट ने 'शरबत जिहाद' मामले में बाबा रामदेव को जमकर फटकार लगाई है। अदालत ने कहा कि बाबा रामदेव किसी के वश में नहीं है। वो अपनी ही दुनिया में रहते हैं।
इससे पहले बाबा रामदेव ने अपनी टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने किसी ब्रांड या समुदाय का नाम नहीं लिया।
हमदर्द रूह अफजा पर टिप्पणी कर बाबा रामदेव मुश्किलों में फंस गए हैं। मंगलवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने 'शरबत जिहाद' के मामले में उन्हें कड़ी फटकार लगाई है।