पतंजलि के संदिग्ध ट्रांजैक्शन पर केंद्र सरकार की नजर, खबर के बीच शेयर बेचने लगे निवेशक
पतंजलि फूड्स के शेयर की बात करें तो शुक्रवार को करीब 5 फीसदी की बड़ी गिरावट आई। ट्रेडिंग के दौरान शेयर 1670 रुपये के नीचे आ गया। शेयर के 52 हफ्ते का लो 1,170 रुपये है।

योगगुरु रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। केंद्र सरकार ने संदिग्ध ट्रांजैक्शन को लेकर पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड से स्पष्टीकरण मांगा है। इस संबंध में कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय ने कंपनी को नोटिस जारी किया है। बता दें कि पतंजलि के फंड डायवर्जन और कॉर्पोरेट प्रशासन के उल्लंघन की जांच हो रही है। रामदेव की कंपनी के कुछ ट्रांजैक्शन को असामान्य और संदिग्ध माना गया है। हालांकि विशिष्ट आंकड़ों का खुलासा नहीं किया गया है, क्योंकि जांच अभी भी प्रारंभिक चरण में है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक पतंजलि को मंत्रालय के नोटिस का जवाब देने के लिए लगभग दो महीने का समय दिया गया है।
मुश्किलों में रामदेव की कंपनी
पतंजलि आयुर्वेद को बीते कुछ समय से नियामक जांच का सामना करना पड़ रहा है। पिछले साल, कंपनी की एक इकाई को कथित टैक्स उल्लंघन और गलत रिफंड दावों पर कारण बताओ नोटिस प्राप्त हुआ था। इसके अलावा, पारंपरिक दवा कंपनी को उत्पादों पर भ्रामक विज्ञापनों को बढ़ावा देने के लिए काफी आलोचना का सामना करना पड़ा। सुप्रीम कोर्ट ने ड्रग्स एंड मैजिक रेमेडीज (आपत्तिजनक विज्ञापन) अधिनियम, 1954 के उल्लंघन का हवाला देते हुए कंपनी को अपने उत्पादों को विभिन्न बीमारियों के इलाज के रूप में प्रचारित करने से रोक दिया था।
पतंजलि के शेयर में गिरावट
पतंजलि आयुर्वेद से जुड़े विवादों का इसकी सूचीबद्ध सहायक कंपनी पतंजलि फूड्स लिमिटेड पर इसका असर पड़ा है। शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनी- पतंजलि फूड्स के शेयर में शुक्रवार को करीब 5 फीसदी की बड़ी गिरावट आई। ट्रेडिंग के दौरान शेयर 1670 रुपये के नीचे आ गया। शेयर के 52 हफ्ते का लो 1,170 रुपये है। वहीं, 52 हफ्ते का हाई 2,030 रुपये है।
कैसे रहे तिमाही नतीजे
पिछले वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में पतंजलि फूड्स लिमिटेड का नेट प्रॉफिट 74 प्रतिशत के उछल के साथ 358.53 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में कंपनी का मुनाफा 206.31 करोड़ रुपये था। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कंपनी का प्रॉफिट बढ़कर 1,301.34 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 765.15 करोड़ रुपये था।