शादी के बीच हंगामा, पहुंच गई पहली पत्नी; मंडप से सीधे थाने पहुंचा दूल्हा
- पुलिस दूल्हा बने पति को पकड़कर थाने ले गई। उधर, गुस्साए लड़की वालों ने शादी में खर्च हुए रुपए की वापसी की मांग करते हुए दूल्हे के पिता को बंधक बना लिया। देर रात तक दोनों पक्षों में पंचायत होती रही। किसी तरह समझाने-बुझाने पर मंगलवार की भोर में लड़की पक्षवालों ने दूल्हे के पिता को रिहा किया।

यूपी के देवरिया में हैरान कर देने वाला एक मामला सामने आया है। यहां पहले से शादीशुदा एक शख्स दूसरी शादी रचा रहा था। इसी दौरान पहली पत्नी पुलिस बल के साथ शादी के मंडप में पहुंच गई। उसने अपने पति को दूल्हा बना देखा तो बुरी तरह भड़क गई। मंडप में हंगामा मच गया। इसके बाद पुलिस दूल्हा बने पति को पकड़कर थाने ले गई। घटना के बाद गुस्साए लड़की वालों ने शादी में खर्च हुए रुपए की वापसी की मांग करते हुए दूल्हे के पिता को बंधक बना लिया। देर रात तक दोनों पक्षों में पंचायत होती रही। किसी तरह समझाने-बुझाने पर मंगलवार की भोर में लड़की पक्षवालों ने दूल्हे के पिता को रिहा किया।
कुशीनगर जिले के रामकोला थाना क्षेत्र के कुशमहां गांव के रहने वाले एक व्यक्ति की पहली शादी फाजिलनगर थाना क्षेत्र के सुमही गांव में हुई है। शादी के कुछ दिनों बाद पति-पत्नी में विवाद शुरू हो गया था। इससे नाराज होकर पत्नी अपने मायके चली गई। इधर, पति की दूसरी शादी बघौचघाट थाना क्षेत्र के हरखौली (दुलारपट्टी) गांव में तय हो गई।
सोमवार को पथदेवा के एक मैरिज हॉल में लड़के वाले बारात लेकर पहुंचे। द्वारपूजा भी हो गया था। उसके बाद जयमाला की रस्म शुरू हो गई थी। लोग हंसी-खुशी जयमाल की रस्मों को आगे बढ़ते देख ही रहे थे कि इसी दौरान दूल्हा बने शख्स की पहली पत्नी रामकोला पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गई। उसने शादी में हंगामा शुरू कर दिया। लड़के पक्षवालों से पूछताछ के बाद पुलिस दूल्हे को थाने लेकर चली गई।
बारातियों-घरातियों में कहासुनी
घटना के बाद मामला गरमा गया। बारातियों और घरातियों में कहासुनी शुरू हो गई। डरे-सहमे बाराती जान बचाकर इधर-उधर भाग खड़े हुए। उसके बाद लड़की पक्षवालों ने दूल्हे के पिता को बंधक बना लिया। घरातियों ने मैरिज हाल का दरवाजा बाहर से लॉक कर दिया। लड़की पक्षवालों ने आरोप लगाया कि लड़के वालों ने पहली पत्नी की बात छिपाकर शादी तय की थी। वे शादी में खर्च हुए रुपए और सामान लौटाने की मांग कर रहे थे। वहीं दूल्हे के पिता विचार-विमर्श के लिए कुछ समय मांग रहे थे। इसे लेकर दोनों पक्षों में पंचायत हुई। बाद में समझौता होने के बाद भोर में करीब चार बजे लड़की पक्षवालों ने दूल्हे के पिता को आजाद कर दिया।