constable found dead on the railway track had three bullets in his head बुलंदशहर में रेलवे ट्रैक पर मृत मिले सिपाही के सिर में लगी थीं 3 गोलियां, तीनों आरपार, आत्महत्या या कोई साजिश?, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
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बुलंदशहर में रेलवे ट्रैक पर मृत मिले सिपाही के सिर में लगी थीं 3 गोलियां, तीनों आरपार, आत्महत्या या कोई साजिश?

बुलंदशहर में रेलवे ट्रैक पर मिले सिपाही के सिर में तीन गोलियां लगी थी। तीनों गोलियां सिर के आरपार हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। पुलिस ने सिपाही के पास से मिली कार्बाइन और मैगजीन को कब्जे में ले लिया है।

Pawan Kumar Sharma संवाददाता, बुलंदशहरMon, 7 April 2025 09:47 PM
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बुलंदशहर में रेलवे ट्रैक पर मृत मिले सिपाही के सिर में लगी थीं 3 गोलियां, तीनों आरपार, आत्महत्या या कोई साजिश?

यूपी में रेलवे ट्रैक पर मिले सिपाही रूपेंद्र सिंह लोधी के सिर में तीन गोलियां लगी थी। तीनों गोलियां सिर के आरपार हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। पुलिस ने सिपाही के पास से मिली कार्बाइन और मैगजीन को कब्जे में ले लिया है। सोमवार दोपहर बाद सिपाही के शव को लेकर परिजन बुलंदशहर के लिए रवाना हो गए। पुलिस अधिकारियों ने आत्महत्या का मामला माना था। सिपाही ने खुद को गोली क्यों मारी, इस बात को लेकर पुलिस गहनता से जांच कर रही है। वहीं शाम जैसी ही सिपाही का शव खानपुर थाना क्षेत्र के गांव शेखपुर गढ़वा में पहुंचा तो कोहराम मच गया।

रविवार की देर रात दिल्ली-सहारनपुर रेलवे ट्रैक पर जिला विधिक प्राधिकरण के सचिव की सुरक्षा में तैनात सिपाही रुपेन्द्र सिंह का शव पड़ा मिला था। उसकी बाई आंख पर गोली का निशान था। शव के पास उसकी कारबाईन, बैग, मोबाइल आदि सामान पड़ा मिला था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गहनता से जांच पड़ताल के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था। एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार सिपाही को बाई आंख पर एक गोली व उसके ऊपर दो गोली लगी हुई थी। तीनों गोली आरपार हो गयी। हालांकि मौके से केवल एक बुलेट ही मिला है। एसपी सिटी का कहना कि सिपाही आत्महत्या व हादसे को लेकर पुलिस गहनता से जांच कर रही है। वहीं शाम के समय सिपाही के पैतृक गांव में उसके शव का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया।

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भाई फोन उठा लें, क्यों नहीं उठा रहा फोन

रविवार को दोपहर बाद से सिपाही रुपेन्द्र किसी भी परिचित व परिजनों का फोन नहीं उठा रहा था। उसके नम्बर पर कई मिस्डकॉल पड़ी हुई थी। पुलिस ने मौके से मिले सिपाही के मोबाइल को चैक किया तो उसके कई परिचितों व परिजनों ने व्हाट्सएप पर मैसेज कर रखे थे। अधिकतर दोस्तों ने व्हाट्सएप यह लिखा था कि भाई फोन उठा ले, फोन क्यों नहीं उठा रहा है।

एक साल पहले हादसे में भाई की हो चुकी है मौत

सिपाही के चचेरे भाई विवेक राजपूत ने बताया कि रुपेंद्र के भाई केशव की एक साल पूर्व सड़क हादसे में मौत हो गई थी। उसकी पत्नी के दस माह का बेटा है। वहीं सिपाही रुपेन्द्र की शादी वर्ष 2018 में कविता के साथ हुई थी। उसको चार साल का बेटा मुदित व दो साल की बेटी मायरा है। परिवार में दो बड़ी शादीशुदा बहनें हैं।

सैंपल भेजे जाएंगे लैब में जांच के लिए

देर रात मौके पर फिल्ड यूनिट की टीम को बुलाया गया था। फिल्ड यूनिट की टीम ने मौके से बरामद कार्बाइन, बुलेट व मैग्जीन को जांच के लिए कब्जे में लिया है। टीम ने सिपाही के साथ व कारबाईन का स्वैप लेकर मिलान के लिए निवाडी लैब भेजने की तैयारी कर ली है। पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही कि सिपाही की कारबाईन की मैग्जीन में उस समय कितनी गोलियां थी। मौके पर सिपाही की कार्बाइन रेलवे ट्रैक के समीप ही पड़ी थी और ऑटोमेटिक मोड पर थी। जिसका मतलब एक के बाद एक गोली चलना होता है, लेकिन एक गोली उसके चैम्बर में फंसने के कारण पूरी मैग्जीन खाली नहीं हुई।

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भाई फोन उठा लें, क्यों नहीं उठा रहा फोन

रविवार को दोपहर बाद से सिपाही रुपेन्द्र किसी भी परिचित व परिजनों का फोन नहीं उठा रहा था। उसके नम्बर पर कई मिस्डकॉल पड़ी हुई थी। पुलिस ने मौके से मिले सिपाही के मोबाइल को चैक किया तो उसके कई परिचितों व परिजनों ने व्हाट्सएप पर मैसेज कर रखे थे। अधिकतर दोस्तों ने व्हाट्सएप यह लिखा था कि भाई फोन उठा ले, फोन क्यों नहीं उठा रहा है।

एक साल पहले हादसे में भाई की हो चुकी है मौत

सिपाही के चचेरे भाई विवेक राजपूत ने बताया कि रुपेंद्र के भाई केशव की एक साल पूर्व सड़क हादसे में मौत हो गई थी। उसकी पत्नी के दस माह का बेटा है। वहीं सिपाही रुपेन्द्र की शादी वर्ष 2018 में कविता के साथ हुई थी। उसको चार साल का बेटा मुदित व दो साल की बेटी मायरा है। परिवार में दो बड़ी शादीशुदा बहनें हैं।

सैंपल भेजे जाएंगे लैब में जांच के लिए

देर रात मौके पर फिल्ड यूनिट की टीम को बुलाया गया था। फिल्ड यूनिट की टीम ने मौके से बरामद कार्बाइन, बुलेट व मैग्जीन को जांच के लिए कब्जे में लिया है। टीम ने सिपाही के साथ व कारबाईन का स्वैप लेकर मिलान के लिए निवाडी लैब भेजने की तैयारी कर ली है। पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही कि सिपाही की कारबाईन की मैग्जीन में उस समय कितनी गोलियां थी। मौके पर सिपाही की कार्बाइन रेलवे ट्रैक के समीप ही पड़ी थी और ऑटोमेटिक मोड पर थी। जिसका मतलब एक के बाद एक गोली चलना होता है, लेकिन एक गोली उसके चैम्बर में फंसने के कारण पूरी मैग्जीन खाली नहीं हुई।|#+|

सिपाही का शव गांव में पहुंचते ही मचा कोहराम

खानपुर थाना क्षेत्र के गांव शेखपुर गढ़वा निवासी सिपाही रूपेंद्र सिंह लोधी का सोमवार शाम जैसी ही शव गांव में पहुंचा तो हर कोई ग्रामीण उसके अंतिम दर्शन करने के लिए घर की तरफ दौड़ पड़ा। शाम 4.40 बजे सिपाही का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचा। सूचना पर सैकड़ों ग्रामीण मौके पर पहुंचे और सिपाही के दर्शन किए। पति का शव देखते ही पत्नी कविता बेहोश हो गई। मां इमरती देवी का रो रोकर बुरा हाल था। पांच वर्षीय पुत्र मुदित कुमार अबोध हालत में था। मुजफ्फरनगर और खानपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। शव यात्रा में औरंगाबाद के पूर्व चेयरमैन राजकुमार लोधी आदि मौजूद रहे।