70% से ज्यादा लोड, 30% से ज्यादा लाइन लॉस पर ये कर्मचारी होंगे बर्खास्त, ऊर्जा मंत्री ने दिया आदेश
- ऊर्जा मंत्री ने कहा कि काम में रुचि नहीं लेने वाले सहायक अभियंता और अधिशासी अभियंता पर कार्रवाई की जाए। मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता की भी जिम्मेदारी तय की जाए। जहां कर्मचारी ज्यादा हों, उन्हें दूसरे स्थानों पर समायोजित किया जाए।

ट्रांसफॉर्मर पर 70 प्रतिशत से ज्यादा लोड और 30 फीसदी से ज्यादा लाइन लॉस वाले इलाकों में संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त करने के आदेश ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने दिए हैं। उन्होंने कहा है कि ऐसी जगहों पर नियमित कर्मचारियों पर भी कठोर कार्रवाई की जाए।
मंत्री ने ये आदेश शनिवार को शक्ति भवन में समीक्षा बैठक में दिए। मंत्री ने कहा कि काम में रुचि न लेने वाले सहायक अभियंता और अधिशासी अभियंता पर कार्रवाई की जाए। मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता की भी जिम्मेदारी तय की जाए। जहां कर्मचारी ज्यादा हों, उन्हें दूसरी जगहों पर समायोजित किया जाए।
ऊर्जा मंत्री ने आदेश दिए हैं कि महत्वपूर्ण स्थलों, पर्यटन व धार्मिक स्थलों पर बिजली कटौती किसी भी सूरत में न हो। बिजली की मरम्मत के लिए भी पीक आवर्स में शट डाउन न लिया जाए। बिजली चोरी पर संबंधित पर सख्त कार्रवाई की जाए। मंत्री ने कहा कि मुख्यालय स्तर पर मुख्य अभियंता स्तर का अधिकारी नियमित रूप से जनसुनवाई करे। हर दिन इसकी रिपोर्ट पावर कॉरपोरेशन चेयरमैन और एमडी को दी जाए। सभी डिस्कॉम के एमडी ज्यादा लाइन लॉस वाले फीडरों की जांच खुद करें। मंत्री ने कहा कि बिजली चोरी रोकने में विभाग नाकाम है।
विजिलेंस की कार्रवाई भी संतोषजनक नहीं है। उन्होंने कहा कि विजिलेंस कार्रवाई के नाम पर छोटे और गरीब उपभोक्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। मंत्री ने विजिलेंस में एक ही क्षेत्र में एक साल से ज्यादा समय से लगे हुए कर्मचारियों को हटाने के आदेश दिए।
नहीं फुंकने चाहिए 100 केवीए के ट्रांसफॉर्मर
मंत्री ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि 100 केवीए का एक भी ट्रांसफॉर्मर फुकना नहीं चाहिए। जहां कहीं भी ट्रांसफॉर्मर फुंकेंगे जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी। संबंधित डिस्कॉम के डायरेक्टर (टेक्निकल) की भी जिम्मेदारी तय की जाए।
एक्सईएन, एसडीओ समेत 86 पर कार्रवाई
पावर कॉरपोरेशन अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर फुंकने के मामलों में पूर्वांचल में संबंधित एक्सईएन, एसडीओ और जेई समेत 86 कर्मचारियों पर अब तक कार्रवाई की जा चुकी है। अन्य डिस्कॉम से भी जांच रिपोर्ट मंगाई जा रही है। 100 केवीए के ऊपर के सभी ट्रांसफॉर्मरों में फ्यूज बॉक्स लगाए जा रहे हैं ताकि ट्रांसफॉर्मर न फुंकें।