आधार कार्ड का नंबर का इस्तेमाल कर साइबर क्राइम, हरिद्वार में बुजुर्ग को डिजिटल अरेस्ट कर 25 लाख ठगे
पूरे मामले की जांच होने के बाद पैसा वापस करने की बात कही। आरोप है कि 28 अप्रैल मुझे फिर से फोन कॉल कर कहा कि पूरा पैसा आरटीजीएस के जरिये उन्हें ट्रांसफर करना होगा। इस बारें में किसी से बात करने पर गिरफ्तार करने की धमकी दी।

एक बुजुर्ग के आधार कार्ड का इस्तेमाल साइबर क्राइम का अनोखा मामला सामने आया है। ठगों ने हरिद्वार के एक बुजुर्ग को डिजिटल अरेस्ट कर उनसे 25 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
हरिद्वार के भेल से रिटायर बुजुर्ग कर्मचारी को साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर 25 लाख की रकम ठग ली। पुलिस ने शनिवार को अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। बीएचईएल से रिटायर तिरलोचन सिंह शिवालिक नगर में रहते हैं।
पुलिस को दी गई तहरीर में उन्होंने बताया कि 27 अप्रैल को उनके पास व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले व्यक्तियों ने कहा मुंबई में उनके आधार नंबर के खिलाफ कुछ अवैध लेनदेन की पहचान हुई है।
पुलिस की वर्दी में एक घंटे से अधिक समय तक व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर बात करते हुए धमकाते रहे। इस बीच उनसे बैंक में जमा बचत के बारे में जानकारी जुटाई और पूरी रकम ट्रांसफर करने के लिए कहा।
पूरे मामले की जांच होने के बाद पैसा वापस करने की बात कही। आरोप है कि 28 अप्रैल मुझे फिर से फोन कॉल कर कहा कि पूरा पैसा आरटीजीएस के जरिये उन्हें ट्रांसफर करना होगा। इस बारें में किसी से बात करने पर गिरफ्तार करने की धमकी दी।
आरोप है कि डरा-धमकाकर पच्चीस लाख ट्रांसफर करवा लिए। 30 अप्रैल को लंदन में रह रहे बेटे और दिल्ली में भारत सरकार के अधिकारी अपने दामाद से बात की। तब उन्हें धोखाधड़ी होने का पता चला।
एक नाम राज कोहली बताया गया। जिस खाते में पैसा ट्रांसफर किया गया उसका नाम दीपाली एंटरप्राइज व बैंक शाखा का नाम सूरत सरथाना था। कोतवाली प्रभारी कमल मोहन भंडारी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।