साइबर ठगों ने AMU प्रोफेसर को बनाया शिकार, डिजिटल अरेस्ट का भय दिखाकर 7 लाख ठगे
अलीगढ़ में साइबर ठगों ने एएमयू की रिटायर्ड महिला प्रोफेसर को शिकार बनाया है। डिजिटल अरेस्ट का भय दिखाकर उनसे सात लाख रुपये की ठगी की। वीडियो कॉल करके अपराध में संलिप्त होने की बात कही और रुपये ट्रांसफर करा लिए।

यूपी के अलीगढ़ में साइबर ठगों ने एएमयू की रिटायर्ड महिला प्रोफेसर को शिकार बनाया है। डिजिटल अरेस्ट का भय दिखाकर उनसे सात लाख रुपये की ठगी की। शातिर ने वीडियो कॉल करके अपराध में संलिप्त होने की बात कही और रुपये ट्रांसफर करा लिए। महिला की उम्र 80 वर्ष है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। दो लाख 20 हजार रुपये होल्ड करा दिए गए हैं।
सिविल लाइन क्षेत्र के एक इलाके में रहने वाली महिला के अनुसार 7 10 मार्च के बीच उनके वॉट्सएप पर तीन अलग-अलग नंबरों से वीडियो कॉल आई थीं। कॉलर खुद को सीबीआई व साइबर क्राइम डिपार्टमेंट के अधिकारी बता रहे थे। उन्होंने कहा कि आपकी संलिप्तता किसी अपराध में है। यदि हमारी बात नहीं मानी तो आपके खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ेगी। कार्रवाई से बचने के लिए सात लाख रुपये की मांग की गई। इससे डरकर महिला ने 10 मार्च को दोपहर एक बजे सात लाख 47 रुपये आरटीजीएस के माध्यम से उनके बताए खाते में ट्रांसफर कर दिए। ये खाता उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक का था, जो अखिलेश के नाम से दिखा रहा था। बाद में ठगी का एहसास होने पर महिला ने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत की। इसके बाद साइबर क्राइम थाने में आकर तहरीर दी।
इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच में पता चला है कि ठगी की रकम उत्कर्ष बैंक के खाते से आगे तीन अलग-अलग खातों में भेजी गई है। इसमें एक खाते में 2.20 लाख रुपये होल्ड करा दिए हैं। दूसरे खाते में चार लाख रुपये गए थे, जो आरोपियों ने निकाल लिए। करीब 80 हजार रुपये तीसरे खाते में गए थे, जिसे ट्रेस किया जा रहा है।
81 वर्षीय सेवानिवृत्त प्रोफेसर से ठगे थे 75 लाख रुपये
पिछले साल सितंबर में इसी तरह एएमयू की 81 वर्षीय सेवानिवृत्त महिला प्रोफेसर को शातिरों ने डिजिटल अरेस्ट कर 75 लाख रुपये की ठगी की थी। आरोपियों ने मुंबई ईडी का अधिकारी बनकर डराया। कहा कि तुम्हारे खिलाफ एफआईआर हो गई है। एक आरोपी गिरफ्तार है। इसके बाद रकम की जांच कराने की बात कहकर ठगी कर ली। इस मामले में पुलिस एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।