Deoria Schools Face Crisis 593 Institutions with Low Enrollment to Be Paired देवरिया के 593 विद्यालयों के भविष्य पर मंडराया संकट, Deoria Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsDeoria NewsDeoria Schools Face Crisis 593 Institutions with Low Enrollment to Be Paired

देवरिया के 593 विद्यालयों के भविष्य पर मंडराया संकट

Deoria News - देवरिया जिले के 593 विद्यालयों में 50 से कम छात्रों की संख्या के कारण संकट उत्पन्न हो गया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने इन विद्यालयों को बेहतर संसाधनों वाले विद्यालयों के साथ पेयर करने का निर्णय लिया है,...

Newswrap हिन्दुस्तान, देवरियाThu, 19 June 2025 09:24 AM
share Share
Follow Us on
देवरिया के 593 विद्यालयों के भविष्य पर मंडराया संकट

देवरिया, शशिकांत मिश्र। जिले के 593 विद्यालयों के भविष्य पर संकट मंडरा रहा है। 50 से कम छात्र संख्या वाले यह विद्यालय निकट भविष्य में दूसरे विद्यालय से पेयर हो सकते हैं। इससे शिक्षकों और बच्चों को दूसरे विद्यालय में पढ़ने पढ़ाने जाना पड़ेगा। बेसिक शिक्षा विभाग इसे बच्चों हित में बता रहा है। वहीं पेयरिंग करने का पूरा विवेकाधिकार खंड शिक्षा अधिकारियों को दिया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने 50 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों को निकटम किसी बेहतर संसाधन और छात्र संख्या वाले विद्यालय से पेयर करने का निर्णय लिया है। इसके पीछे अच्छे माहौल और अच्छी छात्र संख्या के बीच पठन पाठन की गुणवत्ता बढ़ाना है।

विभागीय अधिकारियों की मानें तो इससे बच्चों में आपसी तालमेल भी बढ़ेगा। इस पेयरिंग के लिए जिले में ब्लॉकवार सूची बना ली गई है। इसके अनुसार जिले सभी 16 ब्लॉकों और नगर क्षेत्र में कुल 593 विद्यालय चिन्हित किये गये हैं। इसमें चार कम्पोजिट विद्यालय, 95 उच्च प्राथमिक विद्यालय और 494 प्राथमिक विद्यालय शामिल हैं। किस ब्लॉक में कितने विद्यालय बैतालपुर ब्लॉक में 66, बनकटा में 25, बरहज में 15, भागलपुर में 43, भटनी में 32, भाटपार रानी में 39, भलुअनी में 48, देवरिया नगर क्षेत्र में 6, देवरिया सदर में 34, देसही देवरिया में 28,गौरी बाजार में 43, लार में 44, पथरदेवा में 18, रामपुर कारखाना में 19, रुद्रपुर में 59, सलेमपुर में 62, तरकुलवा में 12 चिन्हित किये गये हैं। बीईओ लेंगे पेयरिंग का निर्णय चिन्हित किये गये विद्यालयों की पेयरिंग की पूरी जिम्मेदारी खंड शिक्षा अधिकारियों को सौंपी गयी है। बीईओ मौके पर जायेंगे और भौतिक निरीक्षण कर किस विद्यालय को किससे पेयर करना है, इसका निर्णय लेंगे। बीईओ को अगर लगता है कि पेयरिंग उचित नहीं है तो उसे सूची से हटा सकते हैं। खाली हुये भवन में संचालित होगी बाल वाटिका पेयरिंग के बाद खाली हुये दूसरे विद्यालय के भवन बेकार नहीं जायेगा। इस भवन को बाल वाटिका के रूप में प्री प्राइमरी के बच्चों के लिए उपयोग में लाये जाने की योजना है। इससे भवन की उपयोगिता बनी रहेगी। साथ ही बाल वाटिका के लिए भवन की व्यवस्था नहीं करनी पड़ेगी।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।