महिला कर्मचारी के यौन उत्पीड़न के आरोप में डीपीओ सस्पेंड, डीएम की जांच रिपोर्ट पर ऐक्शन
- महिला कर्मी ने अपने उच्चाधिकारियों से लिखित और मौखिक रूप से शिकायत की थी कि जिला कार्यक्रम अधिकारी उसे कार्यालय और आवास पर बुलाकर छेड़खानी करते थे। उसने डीपीओ पर यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाते हुए अपने शीर्ष अधिकारियों को पूरे मामले से अवगत कराया था।

खाने के सामग्री की आपूर्ति करने वाली एक निजी कंपनी की महिला कर्मी से छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न के आरोप में जिले के बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी शैलेंद्र राय को शासन ने निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में उन्हें विभाग के लखनऊ स्थित निदेशालय से संबद्ध कर दिया गया है। यह कार्रवाई डीएम की तरफ से गठित समिति की जांच रिपोर्ट और संस्तुति पर हुई है।
कुशीनगर के तमकुहीराज विधानसभा क्षेत्र के 20 आंगनबाड़ी केंद्रों पर खाने के सामग्री की आपूर्ति के लिए जिस निजी कंपनी को काम सौंपा गया था, उसकी एक महिला कर्मी जिला कार्यक्रम अधिकारी के सुपरविजन में काम कर रही थी।
इस महिला कर्मी ने अपने उच्चाधिकारियों से लिखित एवं मौखिक रूप से शिकायत की थी कि जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) उसे कार्यालय और आवास पर बुलाकर छेड़खानी करते थे। उसने डीपीओ पर यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाते हुए अपने शीर्ष अधिकारियों को पूरे मामले से अवगत कराया था।
कंपनी ने बीते 31 जनवरी को डीएम तथा आईसीडीएस की संबंधित आंतरिक समिति को पत्र भेजकर पूरे मामले की शिकायत करते हुए जांच और कार्रवाई की मांग की थी। इस मामले को डीएम विशाल भारद्वाज ने जांच कराई। जांच में टीम को मिले साक्ष्यों के आधार पर महिला के आरोपों की पुष्टि हुई। शासन ने इस मामले को देखते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी शैलेंद्र राय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।