‘मौत के हेयर ट्रांसप्लांट’ में नामजद डॉ. अनुष्का तिवारी का सरेंडर, वकीलों का जत्था लेकर पहुंचीं, जेल गईं
कानपुर में दो इंजीनियरों की मौत के लिए जिम्मेदार डॉक्टर अनुष्का तिवारी ने सोमवार को अदालत में सरेंडर कर दिया। अनुष्का तिवारी से हेयर ट्रांसप्लांट कराने के बाद दोनों इंजीनियरों की 24 घंटे के अंदर ही मौत हो गई थी।

कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के 24 घंटे के अंदर दो इंजीनियरों की मौत के लिए जिम्मेदार डॉक्टर अनुष्का तिवारी ने सोमवार को पुलिस को चकमा देकर अदालत में सरेंडर कर दिया। वकीलों के जत्थे के साथ डॉक्टर अनुष्का तिवारी ने सीजेएम सूरज मिश्रा की कोर्ट में सरेंडर किया और अग्रिम जमानत मांगते हुए दस्तावेज जमा किए। हालांकि मामले की गंभीरता को देखते हुए अदालत ने जमानत नहीं दी और डॉक्टर को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। अनुष्का तिवारी पर फिलहाला दो मरीजों की हेयर ट्रांसप्लांट के बाद मौत का आरोप लगा है और एफआईआर दर्ज की गई है। अनुष्का की तलाश में कई टीमें लगाई गई थीं। चार टीमें पानीपत से दिल्ली तक अनुष्का की तलाश कर रही थीं। माना जा रहा है कि दबाव बढ़ने पर ही डॉक्टर को सरेंडर करना पड़ा है।
अनुष्का तिवारी के खिलाफ पिछले दिनों के बाद एक दो खौफनाक मामले सामने आए थे। दोनों ही इंजीनियर थे और अनुष्का से हेयर ट्रांसप्लांट के 24 घंटे के अंदर ही दोनों की तड़प तड़प कर मौत हो गई थी। पनकी स्थित ऑफीसर्स कॉलोनी निवासी पावर प्लांट मे सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत इंजीनयिर विनीत दुबे की पत्नी जया ने आरोप लगाया था कि होली के मौके पर 13 मार्च को विनीत हेयर ट्रांसप्लांट कराने डॉ. अनुष्का तिवारी की क्लीनिक गए थे। हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान विनीत की हालत बिगड़ गई जिस पर उन्हें शारदा नगर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जानकारी पर पहुंचे सहकर्मी व रिश्तेदारों ने गंभीर हालत देख उन्हें रीजेंसी में भर्ती करा दिया था, जहां इलाज के दौरान 24 घंटे बाद ही 15 मार्च को उन्होंने दम तोड़ दिया था। घटना के बाद डॉ, अनुष्का तिवारी क्लीनिक व अपना फोन बंद कर फरार हो गईं थीं।
इसी तरह फर्रुखाबाद निवासी इंजीनियर की मौत का भी पता चला। कानपुर के प्राणवीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी भौती से बीटेक करने के बाद नौकरी कर रहे मयंक कटियार (32) ने 18 नवंबर को हेयर ट्रांसप्लांट कराया था। केशवपुर स्थित इंपायर क्लिनिक की डॉक्टर अनुष्का तिवारी ने सुबह 8 बजे से दोपहर दो बजे तक उसकी थेरेपी की। घर आने के कुछ घंटे बाद रात 12 बजे से ही मयंक को दर्द उठने लगा। डॉक्टर अनुष्का से बात की गई तो उन्होंने इंजेक्शन लगवाने की बात कही। इंजेक्शन लगवाने के बाद भी दर्द ठीक नहीं हुआ तो उन्होंने पट्टी ढीली करने को कहा। इसके बाद भी दर्द में राहत नहीं हुआ तो दूसरा इंजेक्शन लगाने को कहा।
दूसरा इंजेक्शन भी लगवाया। इस बीच मयंक का चेहरा सूजता और काला पड़ता गया। सीने में दर्द होने लगा। हार्ट के डॉक्टर ने जांच के बाद बताया कि हार्ट से संबंधित कोई दिक्कत नहीं है। जहां हेयर ट्रांसप्लांट कराया है वहां ले जाओ। अभी कानपुर ले जाने की तैयारी कर रहे थे कि मयंक ने दर्द से तड़पते हुए दम तोड़ दिया। मयंक की मां डॉक्टर के खिलाफ छह माह से भटक रही थीं। बेटे का पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ था, इस वजह से एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी थी। पनकी इंजीनियर की मौत के बाद यह मां भी सामने आई थी।