लोगों को सुनाई प्रभु यीशु के बलिदान की गाथा
Etah News - शुक्रवार को गुड फ्राइडे के दिन ईसाई समुदाय ने प्रमुख चर्चों में सामूहिक प्रार्थना की। पादरियों ने यीशु मसीह के सूली पर चढ़ने के महत्व के बारे में बताया। सेंट फ्रांसिस जेवियर्स चर्च में पादरी अरुल...

शुक्रवार को प्रभु यीशु मसीह के सूली पर चढ़ने के दिन को गुड फ्राइडे के रूप में मनाया गया। ईसाई समुदाय के लोगों ने शहर के दोनों प्रमुख चर्चों में सामूहिक प्रार्थना सभाएं की। इसके साथ ही चर्च के पादरियों ने इस दिन के महत्व को विस्तार से समझाया। गुड फ्राइडे पर ईसाई समुदाय के लोगों ने गांधी मार्केट स्थित मागो मेमोरियल चर्च और आगरा रोड स्थित सेंट फ्रांसिस जेवियर्स चर्च में प्रार्थना सभाए की। सेंटफ्रांस जेवियर्स चर्च के पादरी अरुल कुमार ने बताया कि बाइबिल के अनुसार ईश्वर के पुत्र और मसीहा माने जाने वाले यीशु को रोम के लोगों ने पोंटियस पिलातुस के आदेश पर यरूशलेम में क्रूस के माध्यम से सूली पर चढ़ाया था। जोसेफ कैफा यरूशलेम का महायाजक था। प्रभु यीशु को मृत्युदंड दिलाने के लिए पिलातुस के पास भेजा था। इसे बाद में गुड फ्राइडे के नाम से जाना जाने लगा। उन्होंने बताया कि गुड फ्राइडे के तीसरे दिन यानी रविवार को प्रभु यीशु पुनर्जीवित हुए और 40 दिनों तक लोगों को उपदेश देते रहे। उनके पुनर्जीवित होने की घटना को ईस्टर संडे के रूप में मनाया जाता है। रात को चर्चों में कैंडल जलाकर प्रभु को याद किया गया।
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