अचानक निजी विद्यालयों में पड़े छापे, किताबें चेक हों
Farrukhabad-kannauj News - फर्रुखाबाद, संवाददाता। निजी विद्यालयों में महंगी किताबो के फेर में पिस रहे अभिभावकों की

फर्रुखाबाद, संवाददाता। निजी विद्यालयों में महंगी किताबो के फेर में पिस रहे अभिभावकों की चिंता बढ़ती जा रही है। अंतर्राष्ट्रीय हिंदू सेना के व्यापार प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर अभिभावकों के दर्द को जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी के स्तर पर शिक्षा विभाग के अलावा दूसरे विभाग के अधिकारियों को लगाकर निजी विद्यालयों में छात्रों के बस्तों को चेक कराया जाये जिससे कि पता लग सके कि निजी विद्यालय किस तरह से गुमराह करने का काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि कक्षा 1 से लेकर विभिन्न कक्षाओं में एनसीईआरटी की किताबें ही प्रयोग में लाने के शासन स्तर से आदेश है। इसके बाद भी निजी विद्यालय कमीशन के चक्कर में दूसरे प्रकाशनों की महंगी किताबों का प्रयोग कर रहे हैं और तो और कक्षा 9 में भी एनसीईआटी की किताबों के अलावा निजी प्रकाशकों की किताबें प्रयोग में लायी जा रही हैं। इसकी कीमत काफी अधिक है। उन्होंने कहा कि कक्षा 9 की एनसीईआरटी किताबों की कीमत महज 850 है जबकि निजी स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को कक्षा 9 की किताबें 6 से 7 हजार रुपये में बुक स्टालों को मिली रही हैं। बुक स्टाल वालों और निजी स्कूलों की दुरभि संधि का नतीजा है कि अभिभावक बच्चों की पढ़ाई को लेकर चिंतित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में डीआईओएस से शिकायत की गयी तो उन्होंने इस पर कोईध्यान नहीं दिया। मामले की उच्च स्तरीय जांच कराये जाने की मांग की गयी है।
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