अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़, भारी मात्रा में असलहे बरामद
Farrukhabad-kannauj News - फर्रुखाबाद, कार्यालय संवाददाता। पुलिस की टीम ने अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडफोड़ करते हुए
फर्रुखाबाद, कार्यालय संवाददाता। पुलिस की टीम ने अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडफोड़ करते हुए भारी मात्रा में असलहे बरामद कर लिये। संचालक को जहां गिरफ्तार कर लिया गया तो वहीं मिस्त्री भाग जाने में सफल रहा। नगला रैंद गांव के पास रेत के टीले के गड्ढे में अवैध शस्त्र बनाये जा रहे थे। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में काफी समय बाद यह बड़ी कार्रवाई हुयी है। सोमवार को पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने बताया कि थाना कंपिल, सर्विलांस और एसओजी की टीम ने अवैध शस्त्रों का निर्माण करने में अंतराम यादव निवासी राजेपुर कुर्रा, थाना सिकंदरपुर वैस, कासगंज को गिरफ्तार कर लिया है।
जबकि इनका साथी रामपाल शर्मा निवासी दहारपुर, थाना दातागंज, जिला बदायूं भाग जाने में सफल रहा है। इसमें कंपिल थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी गयी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 18 देशी तमंचा 315 बोर, 3 तमंचा 12 बोर, एक रिवाल्वर 32 बोर, 2 रायफल 315 बोर, 30 बने व अधबने अवैध शस्त्र के अलावा अवैध शस्त्र बनाने का सामान जिसमें ड्रिल मशीन, तिकोनी रेती, पीतल के तार, रांगा, पाउडर डिब्बा आदि सामान बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम को जानकारी मिली थी। उस आधार पर अपर पुलिस अधीक्षक डॉ.संजय कुमार व सीओ कायमगंज संजय वर्मा के नेतृत्व में कार्रवाई हुयी। इनसे जो जानकारी मिली है उस आधार पर पुलिस की टीम कार्रवाई कर रही है। उन्होंने बताया कि अंतराम यादव से पूछताछ में पता चला कि रामपाल शर्मा के साथ मिलकर अवैध तमंचा बनाने का कार्य जगह बदलकर किया जा रहा था। जो अवैध शस्त्र बरामद हुये हैं वह रामपाल के है। नगला रैंद गांव के पास अभी हाल ही में शस्त्र बनाना शुरू किया था। बेरोजगार हैं इसलिए अवैध तमंचे बनाकर इन्हें बेचते थे इससे अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह लोग गंगा कटरी के बार्डर पर अवैध शस्त्र फैक्ट्री का संचालन करते थे। पुलिस को देखकर जगह बदल लेते थे। पुलिस टीम को महत्वपूर्ण सफलता मिली है। चार हजार मे तमंचा, दस हजार में देशी रिवाल्वर फर्रुखाबाद। अवैध शस्त्र फैक्ट्री का जो भंडाफोड़ हुआ उससे यह साफ हुआ कि यह लोग काफी समय से इसका काम कर रहे थे। पूछताछ में पुलिस को पता चला हैकि 3500 से 4000 रुपये में तमंचा, 5500 से 7000 के बीच में देशी रायफल, 8000 से 10000 के बीच मे देशी रिवाल्वर की बिक्री की जाती थी। अवैध शस्त्र बनाने का सारा सामान कासगंज जिले के पटियाली कस्बे से खरीदकर लाया था। अंतराम इसका संचालक था और रामपाल शर्मा मिस्त्री का काम संभालता था। पुलिस को जांच में यह भी पता चला है कि तीन तमंचे बनाने पर वह एक तमंचा ले लेता था। अभी जल्द में ही काम शुरू किया था। काम तेजी पकड़ता इससे पहले पकड़े गये। बदायूं, कासगंज के अलावा अपने जिले मे भी अवैध असलहा बेचे जा रहे थे। पहली बार पकड़ में आया है अंतराम फर्रुखाबाद। अवैध शस्त्र फैक्ट्री के संचालन में अंतराम पहली बार पुलिस की गिरफ्त में आया है। हालाकि इसको लेकर पूर्व में भी नाम उठा था लेकिन पुलिस जब इसे पकड़ने का प्रयास करती तो यह हत्थे नहीं चढ़ता। एसओजी प्रभारी सचिन चौधरी, कंपिल थानाध्यक्ष विश्वनाथ आर्य के अलावा सर्विलांस टीम ने जो सक्रियता दिखाकर अवैध शस्त्र फैक्ट्री पकड़ी है उसमें पहली बार यह दबोचा गया है। इससे जो जानकारी पुलिस को मिली है इस पर पुलिस की टीम काम कर रही है।
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