संस्था से छिना गया गोशाला संचालन का जिम्मा
Fatehpur News - संस्था से छीना गया गोशाला संचालन का जिम्मा संस्था से छीना गया गोशाला संचालन का जिम्मा संस्था से छीना गया गोशाला संचालन का जिम्मा संस्था से छीना गया ग

खागा। निकाय प्रशासन ने जवाहर नगर स्थित कान्हा गोशाला का संचालन कर रही संस्था से संचालन सम्बन्धी जिम्मा छीन लिया। अधिशाषी अधिकारी ने संचालन सम्बन्धी 26 दिसंबर 2024 को जारी कार्यादेश निरस्त करते हुए गोशाला संचालन की जिम्मेदारी स्वयं ले ली गई है। गोशाला संचालन के लिए नगरपंचायत कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है। अधिशाषी अधिकारी ने प्रकरण की रिपोर्ट डीएम को भेजी है। 6 जून को नोडल अफसर डॉ महेन्द्र कुमार के निरीक्षण के दौरान कान्हा गोशाला में गोवंश की संख्या 408 पाई गई थी लेकिन सभासदों की समिति ने अगले दिन 7 जून को गोवंश की संख्या 330 पाई थी।
निरीक्षण के अगले दिन गोवंश की संख्या में कमी पाए जाने की सूचना मिलने पर अधिशाषी अधिकारी ने संचालक संस्था को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। जिस पर संस्था ने जवाब देते हुए अस्थायी बाउण्ड्री फांदकर गोवंश के बाहर चले जाने एवं लापरवाही होने की बात स्वीकार की थी। इस पर अध्यक्ष एवं अधिशाषी अधिकारी ने संचालक संस्था से गोशाला संचालन का जिम्मा छीनते हुए गत वर्ष दिसंबर में जारी कार्यादेश को निरस्त कर दिया। अब नगर पंचायत पूर्व की भांति स्वयं गोशाला का संचालन करेगा। संचालक संस्था का भुगतान भी रोक दिया गया है। अधिशाषी अधिकारी एवं अन्य जिम्मेदारों ने गोशाला में लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच की। जांच के दौरान गोशाला के मुख्य द्वार से किसी भी गोवंश के अनियमित आवागमन की पुष्टि नहीं हुई। जबकि संचालक संस्था का तर्क है कि अस्थायी चहारदीवारी से गोवंश बाहर चले गए। गोशाला से बाहर निकले गोवंशों की खोजबीन के लिए ईओ ने कर्मियों को निर्देश दिए हैं। कैटिल कैचिंग टीम के जरिए अब तक 9 गोवंशों को गोशाला में लाया जा चुका है। अन्य गोवंशों की वापसी के लिए लगातार प्रयास जारी है। संचालक संस्था ने 4 जून को 412 गोवंशों के भरण पोषण का बिल प्रस्तुत किया था। जिसका सत्यापन डिप्टी सीवीओ डॉ अविनाश चन्द्र कमल ने किया था। इस पर अध्यक्ष ने स्वयं सभासदों की 5 सदस्यीय समिति बनाकर गोवंशों के सत्यापन के बाद बिल भुगतान के निर्देश दिए थे। 6 जून को नोडल अफसर के निरीक्षण में 408 गोवंश संरक्षित पाए गए थे। जबकि 7 जून को सभासदों की समिति ने 330 गोवंश की गणना की। ईओ देवहूती पांडेय ने बताया कि संचालक समिति से गोशाला संचालन का जिम्मा छीनते हुए कार्यादेश निरस्त कर दिया गया है। कई गोवंश वापस लाए जा चुके हैं।
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