गोवर्धन कथा सुन भक्त हुए भाव विभोर
Firozabad News - भागवत कथा के पांचवे दिन, आचार्य सोनम किशोरी ने गोवर्धन कथा का वर्णन किया। भगवान कृष्ण ने देखा कि ब्रजवासी इंद्र देव की पूजा कर रहे हैं। उन्होंने गोवर्धन पर्वत की पूजा करने की प्रेरणा दी, जिससे इंद्र...

टूंडला। भागवत कथा के पांचवे दिन गोवर्धन कथा का वर्णन कथा व्यास आचार्य सोनम किशोरी ने किया। जिसे सुन श्रोतागण मंत्रमुग्ध हो गये। गांव बजेहरा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में आचार्य सोनम किशोरी ने कहा कि जब भगवान कृष्ण ब्रज में थे, तो उन्होंने देखा कि ब्रजवासी इंद्र देव की पूजा कर रहे हैं, जो वर्षा के देवता हैं। भगवान कृष्ण ने अपनी माता यशोदा को भी इंद्र की पूजा करते हुए देखा और उनसे पूछा कि वह इंद्र देव की पूजा क्यों करती हैं। यशोदा ने बताया कि इंद्र देव वर्षा कराते हैं, जिससे अन्न की पैदावार होती है और गायों को चारा मिलता है।
भगवान कृष्ण ने कहा कि यदि ऐसा है तो सभी को गोवर्धन पर्वत की पूजा करनी चाहिए क्योंकि गायें तो यहीं चरती हैं। उनके कहने पर ब्रजवासी इंद्र देव की जगह गोवर्धन पर्वत की पूजा करने लगे। इंद्र देव को यह अपमान लगा और उन्होंने मूसलाधार वर्षा शुरू कर दी। ब्रजवासियों को भारी बरसात से बचाने के लिए भगवान कृष्ण ने अपनी छोटी उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया और सभी को पर्वत के नीचे शरण लेने के लिए कहा। सात दिन लगातार बरसात होती रही, लेकिन भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठाकर ब्रजवासियों की रक्षा की। बाद में इंद्र देव को ब्रह्माजी से पता चला कि भगवान कृष्ण भगवान विष्णु के अवतार हैं। इंद्र देव ने भगवान कृष्ण से क्षमा मांगी और उनकी पूजा करने लगे। इस कथा को सुन श्रोतागण मंत्रमुग्ध हो गये।
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