स्कार्पियो खरीदने के लिए बदमाशों ने बुजुर्गों को बंधक बनाकर लूटा, जाते वक्त छुए पैर और मांगा आशीर्वाद
मेरठ में 25 दिन पहले बुजुर्ग दंपति को बंधक बनाकर डाली गई डकैती का सोमवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है जानकारी के मुताबिक, काली स्कार्पियो खरीदने के लिए डकैती डाली गई। वारदात के बाद जाते वक्त बदमाश ने बुजुर्ग दंपति के पैर छुए और आशीर्वाद लेकर गए थे।

यूपी के मेरठ से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां सरूरपुर के कस्बा हर्रा में 25 दिन पहले बुजुर्ग दंपति को बंधक बनाकर डाली गई डकैती का सोमवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक सर्राफ भी शामिल है। खुलासा हुआ है कि काली स्कार्पियो खरीदने के लिए डकैती डाली गई। वारदात के बाद जाते वक्त बदमाश ने बुजुर्ग दंपति के पैर छुए और आशीर्वाद लेकर गए थे।
सोमवार को पुलिस लाइन में वार्ता के दौरान एसपी देहात डा. राकेश कुमार मिश्र ने बताया कि कस्बा हर्रा में बुजुर्ग दंपति सुभाष व बरफी देवी रहते हैं। उनके बच्चे सरकारी नौकरियों में हैं और उनकी पोस्टिंग बाहर है। 11/12 अप्रैल की रात कुछ बदमाश उनके घर में घुस आए और बुजुर्ग दंपति को तमंचे के बल पर बंधक बनाते हुए डकैती डाली। बदमाश सोने के जेवरात के अलावा एक मोबाइल फोन व करीब चार हजार रुपये ले गए। वारदात का पता लगने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मुकदमा दर्ज किया।
एसपी देहात ने बताया कस्बे में सीसीटीवी कैमरे कम हैं। ऐसे में पुलिस ने लोकल मुखबिर तंत्र सक्रिय किया। पुलिस के हाथ कुछ क्लू लगे, जिसके बाद शक के आधार पर दो युवकों को उठा लिया। सख्ती से पूछताछ में दोनों ने वारदात का सच उगल दिया। रविवार रात पुलिस ने सभी आरोपियों को दबोच लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि सभी आरोपी गांव के ही रहने वाले हैं, जिनके नाम समीर, अहमद, फुरकान, सामिल, इमरान व अनस बताए गए। खुलासा हुआ कि अनस को डकैती में लूटे जेवर बेचे थे, जो उसने गला दिए। उसकी कस्बे में ही सर्राफ की दुकान है।
माफी मांगी, पैर छुए और चले गए
सीओ संजय कुमार जायसवाल ने बताया कि वारदात के बाद बदमाश जब जाने लगे तो बदमाश सामिल ने बुजुर्ग दंपति से माफी मांगी और पैर छूकर आशीर्वाद लिया। कहा कि ऐसा आशीर्वाद दो कि कभी पकड़े ना जाएं। यह भी खुलासा हुआ कि सभी दोस्त साथ रहते हैं। पैसे जुटाकर वह काले रंग की स्कार्पियो एस11 खरीदने की तैयारी कर रहे थे।