सरकारी गोदाम में नहीं मिल रहा बीज, नहरें भी सूखीं
Gangapar News - सैदाबाद। क्षेत्र के दर्जन से अधिक गांवों के खेतों को सिंचित करने वाले रसूलपुर रजबहे

क्षेत्र के दर्जन से अधिक गांवों के खेतों को सिंचित करने वाले रसूलपुर रजबहे में साल भर में कभी कभी पानी आ जाता है। रजबहा लगभग सालभर सूखा ही रहता है। रजबहे में पानी नहीं रहता है लेकिन अक्सर सफाई की जाती है ।शारदा सहाय खंड 39 नहर भी सूखी है।नहरों में पानी नहीं होने से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। सरकारी बीज गोदामों में अभी बीज नहीं आया है, किसानों के सामने पानी व बीज का संकट है। मायूस किसान पानी के लिए नहरों की तरफ देख रहा है। सूबे व केंद्र की सरकार के किसान हितैषी होने के तमाम दावे केवल भाषणबाजी तक सीमित है।
हर साल की तरह किसान परेशान है। कभी डीएपी व बीज तो कभी पानी का का संकट है। सरकार किसानों के लिए नित नई योजनाएं ला रही है लेकिन कोई भी योजना धरातल पर नहीं है। सरकारी अफसरों व बाबुओं की कारगुजारी के चलते किसान परेशान है। रामचन्द्र यादव, रामशंकर, महेश यादव, राघवेंद्र प्रताप सिंह, अजय पाल आदि किसानों ने कहा कि यदि सरकार किसान हितैषी है तो योजनाओ को लागू न करने वाले बाबुओं व अफसरों पर कार्यवाही क्यों नहीं करती है। कहा कि यदि रजबहे में पानी छोड़ा जाता है तो घास नहीं उगेगी ना ही सफाई की नौबत आएगी। सरकार भी किसानों की सुधि नहीं ले रही है। शारदा सहायक खंड 39 व संबंधित रसूलपुर रजबहे पानी नहीं छोड़ा गया है। पानी न होने से सैकड़ों किसान धान की रोपाई नहीं कर पा रहे है। अब किसानों के पास एक ही विकल्प बचा है कि वे डीजल पंप सेट से सिंचाई करें जो कि काफी महंगा साबित हो रहा है। कई किसानों ने कहा कि सरकार कृषि रोड मैप की बात तो करती है लेकिन नहर से पानी गायब है। इस समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। जबकि प्राथमिकता यही है कि सिंचाई के लिए नहरों में पूरी तरह से पानी छोड़ा जाए ताकि किसान आसानी से धान की रोपाई व अन्य फसलों की बोआई कर सकें।
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