बोले प्रयागराज : जल निकासी व्यवस्था ध्वस्त, जलजमाव से बाजारवासी पस्त
Gangapar News - प्रयागराज के गौहनिया ग्राम पंचायत में जल निकासी की गंभीर समस्या है। यहां बारिश के दौरान जलभराव के कारण लोग परेशान हैं। सड़कें और गलियां पानी से भरी रहती हैं, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ता है।...
प्रयागराज के जसरा ब्लॉक की ग्राम पंचायत गौहनिया एजूकेशनल हब के तौर पर शुमार है। कई तीर्थ स्थलों और राज्यों को जोड़ने वाला गौहनिया चौराहा राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने के बावजूद यहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। लगभग छह हजार की आबादी जल निकासी की समस्या झेल रही है। यहां की सबसे बड़ी समस्या जलनिकासी की है। हाईवे किनारे बसे इस ग्राम पंचायत में बिजली का भी टोटा है और जलनिकासी जैसी कोई सुविधा नहीं है। जलभराव के कारण लोग अपने वाहनों को दूसरे स्थानों पर खड़ा करके पैदल घर तक जाने को मजबूर रहते हैं। लोगों ने बाजार में जल निकासी की असुविधा पर रोष जताते हुए जनप्रतिनिधियों को समस्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
इस दौरान सभी ने एक सुर में समस्याओं की झड़ी लगा दी। बताया कि उन्हें जलभराव के कारण काफी मुसीबत झेलनी पड़ती है। बारिश के दिनों में लोग कीचड़ युक्त गंदे पानी से होकर गुजरने को मजबूर हैं। लोगों ने अपने जीवनभर की कमाई खर्च कर इस बाजार अपने आशियाने बना लिए हैं। लेकिन, यहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। गौहनिया ग्राम पंचायत में नाली न होने से बारिश और घरेलू पानी मुख्य सड़क पर जमा हो जाता है। सबसे विकट समस्या तो बारिश के दिनों में होती है जब नालियों का पानी एक साथ सड़कों पर भर जाता है। बारिश के मौसम में स्थिति और भी गंभीर हो जाती है। रास्ते में पानी और कीचड़ भर जाने से लोगों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।जलनिकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण गौहनिया बाजार के लोग पिछले कई साल से यहां जल भराव की समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन शिकायतों के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के दिनों में तो कई-कई दिन पानी भरा रहने से घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है। जिनके घर सड़क से कुछ नीचे हैं, उनके यहां तो मानसून में नारकीय स्थिति हो जाती है, क्योंकि बाजार की सड़क का पानी ओवरफ्लो होकर घरों में घुसने लगता हे। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि गांव की प्रधान भी इस मुद्दे को कई बार उठा चुकी हैं।गांव में न तो पानी निकासी की उचित व्यवस्था है जिसके कारण घरों के नाबदान का पानी भी बाशिंदे अगल बगल खाली पड़े प्लाट में बहाते हैं। इससे संक्रामक रोग फैलने की आशंका बनी रहती है।जसरा ब्लॉक के गौहनिया में नाली निर्माण नहीं हुआ है।यह सिर्फ गौहनिया बाजार की ही समस्या नहीं है। इस पंचायत के ऐसे कई मजरों का हाल हमने देखा जिसकी आपके साथ विस्तार से चर्चा हो रही है। गौहनिया बाजार लोगों का कहना है कि गांव में नाली निर्माण न होना पानी निकासी की सबसे बड़ी समस्या बन गया है। इस वजह से कई प्रकार की समस्याएं आती हैं जैसे कि यहां से कोई मोटरसाइकिल निकलती है तो कई बार फिसलन के चलते वह गिर जाती है। ऐसी स्थिति में लड़के बच्चों के हाथ पैरों में चोट भी आ चुकी है। इन सब समस्याओं के साथ कई बार लोगों ने मांग की है और शिकायत भी की पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। गांव के पूर्व और वर्तमान प्रधान से भी बोला गया कि गांव के नाले का निर्माण करवा दें पर वह भी नहीं सुनती हैं और कहती हैं कि यह कार्य लोक निर्माण विभाग का है। मेरे स्तर से जहां हो सकता है वहां बजट आने पर प्रस्ताव भेज कर कार्य कराया जाएगा। बीमारियों का खतरा एक पंचवर्षीय बीत चुका है और दूसरा आ रहा है। पिछले पांच सालों में कोई सुनवाई नहीं हुई है। बारिश के दिनों रास्ते में पानी भरा रहता है जिससे वह लोग अपने दरवाजे पर नहीं बैठ पाते हैं ना ही बच्चे खेल पाते हैं। कीचड़ की वजह से काफी बदबू आती है। जहाँ कूड़ा कचरा होगा वहां बीमारियां पनपेंगी ही क्योंकि उसमें कई प्रकार के कीटाणु भी उत्पन्न होते हैं। इस वजह से कई प्रकार की बीमारियां भी फैलने का भी संदेह रहता है। जहाँ एक तरफ सरकार साफ़ सफाई को लेकर विशेष अभियान चला रही हैं वहीँ दूसरी तरफ इस गाँव के लोग गंदगी में जी रहे हैं।लोग कई सालों से नाली न बनने की वजह से काफ़ी परेशान है। नाली न होने की वजह से नहाने, बर्तन धोने और कपड़े धोने का पानी दूसरों के दरवाज़ों पर आ जाता है। जिससे लड़ाई-झगड़ा भी होता है। तो लोगों ने अपने घरों के सामने सोख्ता बनवा दिया है। बारिश हो या गर्मी, हर समय यही समस्या बनी रहती है।आपको बताते चलें की यह सिर्फ एक गाँव की समस्या नहीं है। अगर आप गाँव में निकलेंगे तो पायेंगे की ज्यादातर ऐसे मजरे होंगे जहाँ नाली, नाला की दिक्कत से जूझते लोग मिल जायेंगे। पहले यह पानी खेतों में जाता था किसानों ने अपने खेत में प्लाटिंग कर दिया और कुछ लोग ने तालाब को कब्जे में ले लिया। जिस कारण यह सारा पानी सड़क पर ही पड़ा रहता है। गांव में जल निकासी का स्थाई इंतजाम नहीं गया है। गांव के महेंद्र वर्मा का कहना है कि वैसे तो गांव में समस्याओं के अंबार लगे हुए है। लेकिन हर बारिश में उनके घरों के आगे बरसात का पानी खड़ा रहता है। जिसके चलते राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जल निकासी,सफाई व्यवस्था ठीक न होनें के कारण गांव का सारा गंदा पानी बस्तियों में खाली पड़े प्लाटों में डम्प रहता है जो मच्छर जनित बीमारियां फैला रहा है।सबसे ज्यादा परेशानी लोगों को बारिश के मौसम में उठानी पड़ती है। बारिश के मौसम में जलनिकासी के नहीं होने से लोगों के घरों में बारिश का पानी घुस जाता है। इस दौरान छोटे-छोटे बच्चों, महिलाओं,बुजुर्गों, दिव्यांगों समेत अन्य वर्ग के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। जलनिकासी के लिए सिर्फ कुछ ही स्थानों पर नाली का निर्माण किया गया है, जिससे लोगों के घरों का पानी आसपास के खाली स्थानों पर ही बहाया जाता है। लोगों ने बताया कि नाले की मुकम्मल साफ-सफाई नहीं होने से बड़े-बड़े घास फूंस उग आए हैं और नाले को हाईवे निर्माण के समय तोड़ दिया गया था तब से जाम पड़ा हुआ है। लगभग छह हजार की आबादी जल निकासी की गंभीर समस्याओं का सामना कर रही है।स्थानीय लोगों ने समस्या के समाधान के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों और उच्चाधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन आज भी समस्या जस की तस पड़ी हुई है। जिम्मेदार बोले गौहनिया बाजार में लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड 3 द्वारा बनाई गई सड़क के किनारे जल निकासी के लिए नाली न होने से सड़क बार बार टूट जाती है। इसके लिए प्रयास करके यहां नाली निर्माण स्वीकृत कराया गया है। बारिश के पहले निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। -नवीन शर्मा, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड-3, प्रयागराज ग्राम पंचायत गौहनिया द्वारा प्रस्ताव आने पर उसे कार्य योजना में शामिल कर विकास कार्य कराए जाते हैं। गौहनिया बाजार में जल भराव के चलते गत वर्ष पंचायत भवन के पास नाला निर्माण कराया जा चुका है। ग्राम पंचायत की बस्ती में अगर जल भराव की स्थिति रहेगी तो प्रस्ताव आने पर नाली का निर्माण अवश्य कराया जाएगा। -अनीस अहमद, बीडीओ जसरा जल निकासी के लिए नाली न होने के कारण गौहनिया बाजार की मुख्य सड़क की हालत नारकीय हो गई। बरसात के मौसम में इस क्षेत्र के लोग जल-जमाव की समस्या झेलने को विवश रहते हैं। बारिश के चार महीनों तक यह समस्या विकराल बनी रहती है। पीडब्ल्यूडी की पटरी पर जल निकासी की कोई पुख्ता व्यवस्था न होने के कारण हल्की बारिश में भी पानी सड़कों पर बहने लगता है। मेरे द्वारा नाली निर्माण का सतत् प्रयास किया जा रहा है। मजरों में भी ब्लाक की कार्ययोजना में जल्द ही प्रस्ताव भेजा जाएगा। -शकुंतला देवी, प्रधान, ग्राम पंचायत गौहनिया हमारी भी सुनें गौहनिया में वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।जल निकासी की योजनाएं बनाई हैं।स्थानीय प्रशासन से अपेक्षा है कि वह नाली निर्माण को प्रभावी ढंग से लागू करे और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाए। -दिनेश चंद्र पटेल, एडवोकेट जल निकासी की समस्या से गौहनिया बाशिंदे लम्बे अर्से से परेशान हैं। ग्राम पंचायत के अधिकांश मोहल्लों में नाली न होने से बारिश के दौरान जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। -विद्या कांत तिवारी, समाजसेवी गौहनिया बाजार में नाली नाली न होने से बारिश के समय सड़कों और गलियों में घुटनों तक पानी भर जाता है। बस्तियों में बारहों महीने जलभराव से मच्छरों का प्रकोप रहता है। मलेरिया जैसे संक्रामक रोगों का खतरा बना रहता है।खुले में मल-मूत्र और कचरे से दुर्गंध फैलती है। -दरोगा मिश्र, व्यापारी गौहनिया बीच बाजार से जारी मार्ग वाली सड़क कई सालों से जलभराव के कारण राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है।सड़क पर जमा पानी बरसात का नहीं, बल्कि गांव में स्थाई नालियों का न होना कारण है। ग्रामीणों को सड़क पर जमा नाली के गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है। -जगत केसरवानी, व्यापारी सालों से गौहनिया बाजार में नाली न होने से की जल निकासी की व्यवस्था पूरी तरीके से ध्वस्त है। लोग अपने घरों के सामने सोखता बना लिए हैं।ओवरफ्लो होने पर सड़क पर फेंकते हैं। बारिश के दिनों में उन्हें नारकीय स्थिति झेलना पड़ता है। -रामप्रकाश जायसवाल, व्यवसाई गौहनिया बाजार में जलभराव की शिकायत कई बार मौखिक रूप से पूर्व और वर्तमान ग्राम प्रधान को दी जाती है।लेकिन ग्राम प्रधान ने ग्रामीणों को समस्या का हल खोजने का भरोसा तो जताया। लेकिन जल निकासी को लेकर ग्रामीणों के सभी प्रयासों का नतीजा अब तक सिफर ही रहा। -मुकेश केसरवानी, समाजसेवी गौहनिया बाजार के लोग कई सालों से नाली निर्माण की मांग कर रहे हैं। हर चुनाव में वादे होते हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती।घरों का गंदा पानी जमा होने से संक्रामक रोगों का खतरा बना रहता है। इस समस्या से लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी बुरी तरह प्रभावित हो रही है। -सुरेश पटेल, समाजसेवी गौहनिया में जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने से हल्की बारिश में भी यहां के निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गौहनिया चौराहे पर पानी और कीचड़ जमा हो जाता है। जलभराव की समस्या से स्कूली बच्चों और बुजुर्गों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ता है।लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। -अतुल शुक्ल, ठेकेदार गौहनिया ग्राम पंचायत के तालाबों पर किए गए कब्जे से प्राकृतिक जल निकासी के रास्ते बंद हो गए हैं। बाजार के निवासियों की शिकायतों के बावजूद प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहा है। बारिश के समय सड़कों और गलियों में घुटनों तक पानी भर जाता है। बाजार में नाली निर्माण के बाद ही जलभराव की समस्या से स्थायी राहत मिल सकेगी। -महेंद्र वर्मा समाजसेवी
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