बाल संरक्षण तथा परिवार आधारित वैकल्पिक देखभाल विषयों पर दो दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का किया गया आयोजन
चक्रधरपुर में बाल संरक्षण सहायता कार्यालय, चाइल्ड फंड इंडिया और यूनिसेफ द्वारा बाल संरक्षण और परिवार आधारित वैकल्पिक देखभाल पर सेमिनार आयोजित हुआ। कार्यक्रम में बाल तस्करी, बाल विवाह और श्रम जैसी...
चक्रधरपुर के एक निजी सभागार में बाल संरक्षण सहायता कार्यालय, चाइल्ड फंड इंडिया व यूनिसेफ (सीसीआर-एनयूएसआरएल) झारखंड के संयुक्त तत्वावधान में बाल संरक्षण व परिवार आधारित वैकल्पिक देखभाल विषय पर जिलास्तरीय सेमिनार आयोजित हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक ने की।सेमिनार में संरक्षण पदाधिकारी डॉ. कृष्णा कुमार तिवारी ने बाल तस्करी, बाल विवाह, बाल श्रम और कम उम्र में नशे जैसी सामाजिक बुराइयों को जड़ से मिटाने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार स्पॉन्सरशिप, फॉस्टर केयर व आफ्टर केयर योजनाओं के माध्यम से जरूरतमंद बच्चों को ₹4000 मासिक सहायता दे रही है।यूनिसेफ के अनिरुद्ध सरकार ने फॉस्टर केयर की अवधारणा और उसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
पीएलवी श्वेता रवानी व सामाजिक कार्यकर्ता बेनेडिक्टा इक्का ने एकल अभिभावकों की भूमिका और बच्चों के स्कूल नामांकन पर बल दिया।कार्यक्रम के अंत में जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पुनिता तिवारी ने सभी से बाल संरक्षण योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने और गोद लेने की प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने की अपील की।
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