शवदाह गृह के लिए सिद्धार्थ त्रिपाठी दान करेंगे 43 डिसमिल भूमि
Gorakhpur News - गोरखपुर के सिद्धार्थ त्रिपाठी ने नगर निगम को 43 डिसमिल जमीन दान देने का प्रस्ताव दिया है, ताकि राप्ती नदी के किनारे नए शवदाह गृह का निर्माण हो सके। यह पहल आसपास के गांवों के लोगों को सुविधा प्रदान...
गोरखपुर। मुख्य संवाददाता राप्ती नदी के किनारे, नौसढ़ गांव में रहने वाले सिद्धार्थ त्रिपाठी ने एक ऐसा कदम उठाया है, जो न केवल समाज के प्रति उनकी संवेदना को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि जब कोई व्यक्ति सच्चे मन से जनसेवा का संकल्प लेता है, तो वह अपनी सबसे कीमती चीज भी समर्पित करने से पीछे नहीं हटता। सिद्धार्थ ने नगर निगम को एकला बांध के पास 43 डिसमिल जमीन भूमि दान देने का प्रस्ताव दिया है, ताकि राजघाट के दूसरी तरफ नया शवदाह गृह बन सके। यह वहीं इलाका है जहां आज भी लोग राप्ती नदी के किनारे तमाम असुविधाओं के बीच दाह संस्कार करते हैं, क्योंकि राजघाट पर मिलने वाली सुविधाएं पुल के इस पार रहने वाले 12-14 गांवों मसलन भिलौरा, पेवनपुर, एकला, बाघागाड़ा, गुरौली, हरैया, सरया, छपिया, अहिरौली पठखौली, कोलिया, बरवार, सनऊ, बहरामपुर आदि गांव के लिए दूर और असुविधाजनक हैं।
फिलहाल यह पहल न केवल आसपास के गांवों के लोगों को सुविधा देगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को यह भी सिखाएगी कि समाज की भलाई के लिए दिया गया हर योगदान, अमर बन जाता है। शवदाह गृह का नाम सावित्री-जगन्नाथ धाम रखा जाए पर यह सिर्फ एक ज़मीन देने की कहानी नहीं है। यह एक संस्कार की कहानी है, जो दादा-दादी से विरासत में मिली है। सिद्धार्थ ने आग्रह किया है कि इस प्रस्तावित शवदाह गृह का नाम सावित्री-जगन्नाथ धाम रखा जाए। अपने दादा-दादी के नाम पर, जिन्होंने उन्हें सेवा और सहानुभूति का पाठ पढ़ाया। 36 वर्षीय सिद्धार्थ पेशे से सिविल न्यायालय में अधिवक्ता हैं। कहते हैं कि इस जमीन के पीछे की और 43 डिसमिल भूमि भी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि वहां एक पूर्ण और व्यवस्थित शवदाह गृह बन सके। इस जमीन के हिस्से पर फिलहाल अदालत में मामला लंबित है। उनकी इच्छा है कि शवदाह गृह पर इलेक्ट्रिक शवदाह की सुविधा भी निगम प्रदान करें। निगम ने जमीन की पैमाइश की, शवदाह गृह के लिए उपयुक्त पाया नगर निगम ने इस प्रस्ताव को गंभीरता से लेते हुए जमीन की पैमाइश भी कर ली है। प्रारंभिक तौर पर इसे शवदाह गृह के लिए उपयुक्त पाया है। अब भूमि के कागजातों की जांच चल रही है। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने कहा कि जैसे ही कागजातों की जांच पूरी होगी, दान की प्रक्रिया पूर्ण कर शवदाह के निर्माण प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।