रुहेरी बिजलीघर हो चालू तो किसानों को मिले बेहतर बिजली
अलीगढ़ रोड स्थित रुहेरी स्थित 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र दशकों बाद भी बदहाल पड़ा हुआ है। बिजलीघर में जगह-जगह कूड़ा कचरा और भुस भरा हुआ है। बिजलीघर में लगे ट्रांसफॉर्मर व अन्य उपकरण जर्जर होते जा रहे हैं।
सालों से बदहाल इस बिजलीघर को चालू कराने के लिए अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों का कोई ध्यान नहीं है। अगर यह बिजलीघर चालू हो जाता है तो 20 गांव के 40000 की आबादी को बिजली संकट समस्या से निजात मिलने के साथ ही बेहतर आपूर्ति मिल सकेगी। गुरुवार को हिन्दुस्तान के अभियान ‘बोले हाथरस’ के तहत टीम ने अलीगढ़ रोड स्थित रुहेरी पहुंचकर लोगों से संवाद किया।
रुहेरी निवासी राकेश कुमार और सुरेंद्र सिंह ने बताया कि इलाके में कई सालों से बिजली संकट की समस्या बनी हुई है। लोकल फॉल्ट और फीडर ब्रेक डाउन की वजह से लोगों को कई-कई घंटे तक बिजली कटौती की समस्या का सामना करना पड़ता है। अधिकांश गांव का हिस्सा होने की वजह से ज्यादातर इस इलाके में किसान रहते हैं। बिजली कटौती रहने की वजह से सिंचाई कार्य में काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। लगातार कई-कई घंटे बिजली गुल रहने की वजह से किसानों को फसलों की सिंचाई में काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई सालों से स्थानीय लोग क्षेत्र में बिजलीघर बनवाए जाने की मांग कर रहे हैं।
प्रेमपाल सिंह और विष्णु कुमार ने बताया कि लोगों की मांग पर दो दशहक पहले यहां एक बिजलीघर का निर्माण शुरु हुआ था, लेकिन दो दशक बाद भी आजतक यह बिजलीघर चालू नहीं हो सका। देख-रेख के अभाव में धीरे-धीरे इस बिजलीघर में लगे उपकरण की चोरी होती गई। कई बाद चोरों ने इस सब स्टेशन पर धावा बोल दिया और यहां लगे हजारों रुपये कीमत के उपकरण और सामान चोरी कर ले गए। आज देख-रेख नहीं होने की वजह से दिन पर दिन बिजलीघर बदहाल होता जा रहा है। आज आलम यह कि बिजलीघर में कूड़े-कचरे और भुस का ढेर लगा हुआ है। स्थानीय लोगों द्वारा कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को पत्र सौंप कर बिजलीघर का निर्माण कार्य पूरा कराते हुए बिजलीघर का चालू कराए जाने की मांग की जा चुकी है, लेकिन इसके बाद भी आजतक कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसके चलते रुहेरी सहित आस-पास के 20 गांवों के लोगों को बिजली संकट की समस्या का आज भी सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि भीषण गर्मी के दिन में मात्र चार से छह घंटे ही बिजली मिल रही है। रात में कई-कई घंटे तक बिजली गुल रहती है। जिसके चलते लोगों को भीषण गर्मी में काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द इस अधूरे पड़े 33/11 केवी बिजलीघर का निर्माण कार्य पूरा कराया जाए और इस सबस्टेशन को चालू कराया जाए। जिससे बिजली संकट झेल रहे आस-पास के लोगों को एक बड़ी राहत मिल सके।
20 गांव की 40000 की आबादी झेल रही बिजली संकट
शहर के अलीगढ़ रोड स्थित रुहेरी के आस-पास रघनियां, नयाबांस, रहना, किंदौली, सुमरगढ़ी, गारवगढ़ी, अमरपुर, नंदागढ़ी आदि लगभग 20 गांव की 40000 की आबादी इन दिनों बिजली संकट की समस्या का सामना कर रही है। अधिकांश इलाके में किसान रहते हैं तो खेती-बाड़ी कर अपना और अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे हैं। बिजली संकट की वजह से आम लोगों के साथ ही किसानों को भी काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
15 साल पहले रखीं गई भी बिजलीघर की नींव
रुहेरी व आस-पास के इलाकों के लोगों को बिजली संकट की समस्या से निजात दिलाने के लिए 15 साल पहले रुहेरी में 33/11 केवी बिजलीघर के निर्माण की नींव रखवाई गई थी। जिसके बाद इस बिजलीघर का निर्माण शुरु हुआ। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ट्रांसफॉर्मर लगवाए जाने के साथ कई उपकरण भी लगवाए गए, लेकिन आजतक यह बिजलीघर चालू नहीं हो सका।
बदमाशों के निशाना पर रहा बिजलीघर, कई बार हुई चोरी
रुहेरी स्थित बदहाल पड़ा बिजलीघर 15 साल बाद भी चालू नहीं हो सका है, लेकिन समय-समय पर यह बिजलीघर बदमाशों के निशाने पर रहा। इन दो दशकों में इस बिजलीघर में बदमाशों द्वारा कई बार चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया। बदमाश इस बिजलीघर में लगे ट्रांसफॉर्मर, केबल और अन्य कीमती उपकरण चोरी कर ले गए।
बिजलीघर चालू कराए जाने के लिए कई बार लगाई गुहार
बदहाल रुहेरी के बिजलीघर को चालू कराए जाने के लिए स्थानीय ग्रामीणों द्वारा कई बार प्रयास किए गए। ग्रामीणों द्वारा विद्युत विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को पत्र सौंपकर बिजलीघर को चालू कराए जाने की मांग की, लेकिन इसके बाद भी आजतक किसी के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। जिसके चलते आजतक यह बिजलीघर चालू नहीं हो सका और शोपीस बना हुआ है।
बिजलीघर कूड़ा-कचरा और भुस भरा
रुहेरी स्थित जिस 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र दो दशक पहले ही चालू हो जाना चाहिए था, लेकिन वह आजतक चालू नहीं हो सकता है। यहीं वजह है कि अधिकारियों की अनदेखी के चलते यह बिजलीघर बदहाल होता गया और यहां से सामान की चोरी होती गई। अब इस बिजलीघर में जगह-जगह कूड़े-कचरे का ढेर लगा हुआ है। बिजलीघर में घास-फूस उग आए हैं। ग्रामीणों द्वारा यहां भुस भरकर इसका प्रयोग किया जा रहा है।
बिजलीघर चालू होने से मिलेगी बड़ी राहत
भीषण गर्मी के दिनों में रुहेरी और आस-पास के 20 गांव के लोगों को बिजली संकट की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बिजली संकट की वजह से लोगों को काफी ज्यादा दिक्कत झेलनी पड़ रही है। लोगों का आरोप है कि दिन में मात्र चार से छह घंटे ही बिजली मिल रही है। रात में कोई भरोसा नहीं है कब बिजली आएगी और कब चली जाएगी। लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द इस बिजलीघर को चालू कराया जाए। जिससे की उन्हें बेहतर विद्युत आपूर्ति मिल सके।
लोकल फॉल्ट और फीडर ब्रेक डाउन के नाम पर झेल रहे कटौती
लोगों ने बताया कि रुहेरी बिजलीघर चालू नहीं होने की स्थिति में उन्हें लहरा स्थित 33/11 विद्युत उपकेंद्र से बिजली सप्लाई मिल रही है। हर दिन लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। जब इस संबंध में अधिकारियों को फोन करके जानकारी की जाती है तो अधिकारियों द्वारा बताया जाता है कि लोकल फॉल्ट और फीडर ब्रेक डाउन की समस्या होने की वजह से विद्युत आपूर्ति बाधित है। जिसके चलते कई-कई घंटे तक बिजली गुल रहती है।
शिकायत और सुझाव
दो दशक पहले बिजलीघर की नींव रखी गई थी।
बिजलीघर की देख-रेख और सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है।
भीषण गर्मी में बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है।
कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से पत्र के माध्यम से की गई शिकायत।
बिजली संकट की वजह से सिंचाई कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
सुझाव:
जल्द से जल्द बिजलीघर को चालू कराया जाए।
बिजलीघर की सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएं।
बिजलीघर चालू होने से बेहतर आपूर्ति मिलेगी।
अधिकारी और जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान दें और बिजलीघर का चालू कराएं।
बेहतर आपूर्ति मिलने के साथ ही किसानों को एक बड़ी राहत मिलेगी।
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