सामूहिक विवाह योजना में शादी के बाद पति की जगह प्रेमी संग रहने की जिद, परिवार-पुलिस सब परेशान
यूपी के आजमगढ़ में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में शादी के बाद एक युवती पति की जगह प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ गई है। इससे युवती के परिजन ही नहीं अफसर भी परेशान हैं। सरकार सामूहिक विवाह वाली हर शादी में करीब एक लाख रुपए खर्च करती है।

यूपी के आजमगढ़ में एक विवाहिता ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में शादी करने के बाद पति के घर जाने से इनकार कर दिया है। वह प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ गई है। उसकी जिद के कारण न सिर्फ उसके परिवार वाले बल्कि अफसर भी परेशान हैं। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में हुई शादी के बाद इस तरह से उसे तोड़ने की जिद के बाद क्या किया जाए, इसे लेकर पंचायत चल रही है। सरकार सामूहिक विवाह योजना की हर शादी में करीब एक लाख रुपए खर्च करती है। मामला बरदह थाना क्षेत्र के एक गांव का है।
24 वर्षीया युवती की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में जौनपुर जनपद के गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के निवासी युवक से जौनपुर में ही हुई थी। शादी के बाद ही युवती अपने ससुराल नहीं गई। लड़का पक्ष ने कहा कि बारात लेकर लड़की वालों के घर आएंगे और उसे विदा करके ले जाएंगे। इस बीच कई बार बारात की डेट पर बात हुई लेकिन युवती ससुराल जाने के लिए तैयार नहीं हुई। पहले तो लोग उसके इनकार का कारण नहीं समझ पाए। कुछ दिन पहले उसके इस इनकार के पीछे की कहानी परिवार वालों को पता चली।
युवती का पड़ोस के गांव में ननिहाल में रह रहे एक युवक से प्रेम प्रपंच की जानकारी हुई। विवाहिता ने साफ कर दिया कि वह पति के बजाए प्रेमी के साथ रहना चाहती है। गुरुवार को एक बार फिर युवती को समझाने की कोशिश हुई। वह नहीं मानी तो मायके की महिलाएं उसे टेंपों से लेकर थानो पहुंची। वहां पूरी कहानी बताई गई। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में शादी के बाद उससे इनकार की बातें सुनकर अफसर भी आगे क्या किया जाए, इसे लेकर परेशान दिखे।
पुलिस ने प्रेमी और पति को भी थाने पर बुलाया। तीनों पक्ष के बीच घंटों पंचायत चली। इसके बाद भी विवाहिता प्रेमी के साथ जाने और उसी के साथ रहने की जिद पर अड़ी रही। प्रेमी ने खुलासा किया कि उसका चार-पांच साल से प्रेम चल रहा था। वह शादी करना चाहता था, प्रेमिका के घर वालो ने जबरदस्ती उसकी शादी दूसरे से कर दी है। हालांकि घंटों बाद भी मामले का हल नहीं निकल सका और थाने में पंचायत चलती रही।