बाल विवाह रोकने के लिए अभियान चलाया
Jhansi News - झांसी में अक्षय तृतीया पर बाल विवाह रोकने के लिए बुन्देलखण्ड सेवा संस्थान ने जनजागरूकता अभियान शुरू किया है। 50 गांवों में बच्चों के अधिकारों, बाल श्रम और बाल विवाह के खिलाफ लोगों को जागरूक किया जा...

झांसी (बबीना), संवाददाता अक्षय तृतीया पर बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई को रोकने के उद्देश्य से बुन्देलखण्ड सेवा संस्थान ने जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन के सहयोग से एक विशेष जनजागरूकता अभियान शुरू किया है। झांसी के 50 गांवों में संचालित किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत बच्चों के अधिकारों, बाल श्रम, बाल यौन दुर्व्यवहार और विशेष रूप से बाल विवाह के प्रति लोगों को संवेदनशील बनाया जा रहा है।
बबीना ब्लॉक के सिमरावारी गांव में युवाओं के साथ संवाद कर उन्हें बाल विवाह के दुष्परिणाम बताए गए और विवाह न कराने की शपथ दिलाई गई। संस्था के कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर विशेष रूप से अक्षय तृतीया पर होने वाले विवाहों की जानकारी जुटा रहे हैं, जिससे किसी भी नाबालिग का विवाह रोका जा सके। संस्थान के निदेशक वासुदेव सिंह ने बताया कि 10 सामाजिक कार्यकर्ताओं की टीम गांवों में जाकर स्वयं सहायता समूहों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, प्रधानों, ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों, धार्मिक समितियों और आम नागरिकों से संपर्क कर बाल विवाह की संभावनाओं की जानकारी ले रही है। उनका कहना है कि समाज और शासन दोनों की जिम्मेदारी है कि वे मिलकर इस कुप्रथा को समाप्त करें। जागरूकता ही इसका सबसे प्रभावी उपाय है। जिला संयोजक अमरदीप वमोनिया ने बताया कि सामाजिक कार्यकर्ता लोगों को बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में समझा रहे हैं और अपील कर रहे हैं कि वे इस सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म करने में सहयोग दें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बाल विवाह कराने या उसमें सहयोग करने वाले व्यक्ति को सजा और जुर्माने का प्रावधान है। यदि किसी को बाल विवाह की जानकारी मिलती है, तो वे 112 (पुलिस हेल्पलाइन) या 1098 (चाइल्ड हेल्पलाइन) पर संपर्क कर सकते हैं, ताकि समय रहते हस्तक्षेप कर नाबालिगों का विवाह रोका जा सके।
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