बीबी हलीमा के चक्कर में लटक गईं आवास योजना की फाइलें
Kannauj News - छिबरामऊ में हलीमा बीबी से जुड़ी संपत्तियों के मामले का असर प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना पर पड़ा है। पालिका ने आवेदन की फाइलों की पुन: जांच के लिए वापस मंगाई है, जिससे आवास योजना की प्रक्रिया लटक गई...

छिबरामऊ, संवाददाता। नगर में इस समय हलीमा बीबी से जुड़ी संपत्तियों का मामला जोरशोर से चल रहा है। अब इसका असर प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना पर भी दिखाई देने लगा है। इसके तहत किए गए आवेदनों की जांच के बाद डूडा कार्यालय भेजी गई फाइलों को पालिका ने पुन: जांच के लिए वापस मंगा ली हैं। अब उन फाइलों की पालिका पुन: अपने स्तर से जांच कराकर यह देखेगी, कहीं हलीमा बीबी से जुड़ी संपत्ति से संबंधित जमीन के कागज लगाकर तो आवेदन नहीं किया गया है। कुछ भी हो, फिलहाल आवास योजना की फाइलें हलीमा बीबी के चक्कर में लटक गई हैं।
नगर के मोहल्ला बिरतिया छिबरामऊ देहात व विशुनपुर हासिलपुर में बीबी हलीमा से जुड़ी तमाम संपत्ति है। इसमें नगर का काफी हिस्सा जुड़ा हुआ है। ऐसे में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत किए गए आवेदनों की जांच का मामला फिलहाल कुछ समय के लिए एक बार फिर से लटक गया है। किसान नेता गोपाल दुबे टाडा ने उपजिलाधिकारी ज्ञानेंद्र कुमार द्विवेदी को सौंपे शिकायतीपत्र में कहा था कि मोहल्ला बिरतिया में करीब डेढ़ दर्जन से भी लोगों ने बीबी हलीमा से जुड़ी जमीन पर अपना स्वामित्व दर्शाते हुए प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत आवेदन किए हैं। जिनकी फाइलें जांच के बाद डूडा कार्यालय भी भेजी जा चुकी है। ऐसे में उन सभी फाइलों की पुन: जांच कराई जाए और उनको निरस्त किया जाए। इस संबंध में नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर जो नाम बताए गए थे, उनसे जुड़ी फाइलों को फिलहाल होल्ड कर दिया गया है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अंदर खाने से जानकारी मिली है कि जांच कर डूडा कार्यालय भेजी जा चुकी फाइलों को भी पालिका प्रशासन ने पुन: वापस मंगा लिया है। अब पालिका प्रशासन इस बात की गहनता से जांच करेगा कि जिन लोगों ने खासतौर पर मोहल्ला बिरतिया, सैय्यदवाड़ा, बहवलपुर (विशुनपुर हासिलपुर) से जुड़े आवेदनों की फाइलों की जांच पुन: की जाएगी। आज लिए जा सकते हैं दूसरे गवाह के बयान छिबरामऊ। हलीमा बीबी के मृत्यु प्रमाणपत्र की जांच अभी भी पूरी नहीं हो पाई है। हालांकि यह जांच अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने वाले मो.सफीउद्दीन की मौत के बाद पालिका ने उससे जुड़े दोनों गवाहों और उसमें रिपोर्ट लगाने वाले सफाई नायक को नोटिस जारी किए थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक गवाह मो.जाकिर उर्फ पप्पू ने अपना लिखित रूप से जवाब दाखिल कर दिया है। वहीं दूसरे गवाह मो.सगीर के परिजनों ने उनके अत्याधिकरूप से बीमार होने और चलने-फिरने में लाचार होने की अधिकारियों को जानकारी दी थी। ऐसे में नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि वह स्वयं उसके घर जाकर उसके बयान लेंगे। उनके मुताबिक वह सोमवार को मो.सगीर के घर जाकर उसके बयान दर्ज कर सकते हैं। धमे का ताल और फर्रुखाबाद रोड पर है सबसे ज्यादा जमीनें छिबरामऊ। पाकिस्तान चली गई हलीमा बीबी के पिता से जुड़ी सबसे ज्यादा जमीनें धमे का ताल और फर्रुखाबाद रोड पर हैं। हालांकि नगर के मोहल्ला बिरतिया समेत खनपुरा, अतिराजपुर, कपूरपुर, खोजीपुर, समधन, तालग्राम, इस्माइलपुर समेत फर्रुखाबाद जनपद में भी तमाम संपत्ति हैं। तालग्राम में भी बताई जा रही 70 बीघा जमीन छिबरामऊ। किसान नेता गोपाल दुबे टाडा ने बताया कि हलीमा बीबी से जुड़ी लगभग 70 बीघा जमीन तालग्राम में भी है। जिस पर हलीमा बीबी के रिश्तेदारों का कब्जा है। किसान नेता ने उस जमीन की भी जांच कराने की मांग की है।
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