बोले कन्नौज: सीवर लाइन है नहीं, तार सिर पर.. गंदगी गली-गली
Kannauj News - कन्नौज के वार्ड 11 में छह हजार की आबादी रहते हुए भी बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है। यहां बिजली के पुराने तार, बिना सीवर लाइन और गंदगी की समस्या है। बरसात में जलभराव के कारण लोगों को काफी परेशानियों...
कन्नौज। शहर के वार्ड 11 में छह हजार की आबादी के बावजूद बुनियादी सुविधाओं की कमी है। यहां के पुराने बिजली के तार, बिना सीवर लाइन और गंदगी की समस्या ने लोगों का जीवन मुश्किल बना दिया है। बरसात होने पर सड़कों पर जलभराव हो जाता है। वार्ड के कई इलाकों में रोड लाइट तक की व्यवस्था नहीं है। रात होते ही सड़कों पर अंधेरा हो जाता है। आपके अपने अखबार ' हिन्दुस्तान' से बातचीत के दौरान वार्ड के लोगों ने साफ कहा कि हम लोग रोज समस्याओं से जूझते हैं लेकिन उनसे छुटकारा नहीं मिलता है। यहां सुविधाएं बस्तियों से भी खराब हैं। कम से कम ऐसी समस्याओं से तो निजात मिलनी ही चाहिए, जिनसे हम लोग हर रोज दो चार होते हैं। सालों से इन समस्याओं की शिकायत आलाअफसरों से कर रहे लेकिन अभी तक सुधार होता नहीं दिखा।
शहर के वार्ड नंबर 11 मौलाना अबुल कलाम आजाद नगर के लोग तमाम समस्याओं और परेशानियों से जूझ रहे हैं। चप्पे-चप्पे पर अतक्रिमण से रास्ते संकरे हो गए हैं। जल निकासी का इंतजाम नहीं है। नालियां वर्षों पहले की बनी हैं। मार्ग निर्माण मनमाने तरीके से कराया जा रहा है। इससे नालियों से पानी का बहाव जगह-जगह रूक गया है। कई जगह सड़कों की ऊंचाई बढ़ने से नालियां ब्लॉक हो गई हैं। उनमें कचरा भर गया है, घरों का पानी नहीं निकल पाता। ईंट-पत्थर के टुकड़े रखकर आना-जाना पड़ता है। बरसात में तीन-चार महीने तक गंदे पानी से गुजरना पड़ता है। जलभराव के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा पाते। मुकेश ने कहा कि जगह-जगह गंदगी फैलने के साथ गलियों में खुले में लटकते बिजली के तार हादसों का दावत दे रहे हैं।
नगर पालिका के वार्ड 11 के हालात इसकी उपेक्षा की हकीकत को दर्शाते हैं। क्षेत्र में अच्छी खासी आबादी है, जो हर चुनाव में अपनी जम्मिेदारी निभाती है लेकिन यहां व्याप्त असुविधाएं बता रही हैं कि जिम्मेदारों ने इस इलाके को भुला सा दिया है। इस वार्ड में हादसों को दावत देते बिजली के तार सिर पर झूलते नजर आते हैं। शहर में पालिका का वार्ड 11, जहां करीब छह हजार लोग निवास करते हैं। इसमें कानून गोयान, गढ़ैया , पंसारियान, जेर किला और चौहट्टा मोहल्ले शामिल है। इस यहां करीब 900 मकान बने हुए हैं चुनाव में मोहल्ले के तकरीबन 4500 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर प्रतिनिधि का चुनाव करते हैं गोलू ने बताया कि यहां के लोगों को पानी तक सही से मुहैया नहीं होता है। नालियों की नियमित सफाई भी नहीं होती है, बरसात के दिनों में नालियां चोक होने से सड़कों पर जलभराव की समस्या को भी झेलना पड़ता है। शेख अहमद ने कहा कि इन समस्या के नस्तिारण के लिए पालिका प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों तक पहले भी कई बार शिकायत की जा चुकी हैं। लेकिन समस्याओं का कोई हल नहीं निकाला गया ।
20 साल पुराने तार, हादसे को तैयार
मंगू खान का कहना है छतों के नीचे हाईटेंशन तारों के साथ दूसरी वद्यिुत लाइन की स्थिति ऐसी है, जैसे हादसों को दावत दी जा रही हो। पूरे शहर में जहां एबीसी वायर लाइन डाली जा रही है, लेकिन यहां आज भी 20 साल पुरानी लाइन है। खपच्चियां और प्लास्टिक के बिजली वाले पाइप लगा रखे हैं, ताकि तार आपस में ना टकराएं। बिजली के तार गलियों से होकर गुजर रहे हैं।
बिना पोल हवा में झूल रहे तार
इरफान ने बताया कि वार्ड में कई जगहों पर बिना पोल के तार हवा में झूल रहे हैं। खपच्चियों से बांधकर जुगाड़ किया गया है। पूरे वार्ड में 25 फीसदी तार ही बदले गए हैं, बाकी जगहों पर आज भी पुरानी लाइनें हैं। यह वार्ड शहर की बड़ी आबादी वाले इलाकों में से है, इसके बावजूद यहां हालात बदतर हैं। टूटी सड़कों से गुजरना मुश्किल:रजत ने कहा कि वार्ड के कई इलाकों में सड़कें जगह-जगह से टूटी हैं। नालियों की हालत इतनी खराब है कि गंदा पानी बहकर सड़कों पर आ जाता है। जेर किला और चौहट्टा से आने वाले नाले को पालिका ने इस तरह बनाया है कि उसकी निकासी सही नहीं है। ऐसे में बरसात के दौरान नाला ओवरफ्लो होकर सड़कों पर बहता है। इलाके में कई जगह नालियां चोक हैं, जिससे गंदे पानी की निकासी बड़ी समस्या है।
गंदगी से नालियां हुई चोक, लोग परेशान
मोहल्ले में रहने वाले लोगों का कहना है कानून गोयान, गढ़ैया , पंसारियान इलाके में गंदगी की भरमार है। गंदगी नालियों में बहती है। इसके कारण नाले व नालियां चोक रहती हैं। पीने के लिए भी पानी खरीदकर लाना पड़ता है। लोगों ने बताया कि गर्मियों में हफ्तों तक सप्लाई का पानी नहीं आता है। इससे पीने के पानी की भी काफी समस्या हो जाती है।
मोहल्ले में नियमित सफाई न होने से लगे कूड़े के ढेर
वार्ड 11 चौहट्टा मोहल्ले के निवासी इन दिनों इलाके में फैली गंदगी और कूड़े के ढेर से परेशान हैं। इरफान ने बताया कि क्षेत्र के लिए नियुक्त सफाई कर्मचारी अपने काम में लापरवाही और नियमित रूप से सफाई नहीं करते हैं जिसके कारण जगह-जगह कूड़ा जमा हो गया है और बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है। मोहल्ले वासियों का कहना है कि सफाई कर्मचारी हफ्ते में दो दिन ही आते हैं। गलियों के कोनों नालियों के आसपास और खाली पड़े प्लॉटों में कूड़े का अंबार लगा हुआ है। इस कूड़े के सड़ने से उठने वाली दुर्गंध बरसात के दौरान लोगों को दिक्कत देती है । गंदगी के कारण मच्छरों और मक्खियों का प्रकोप भी बढ़ गया है। जिससे डेंगू मलेरिया आदि बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। कई बार नगर पालिका परिषद के संबंधित अधिकारियों और सुपरवाइजरों से शिकायत की गई है लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। सफाईकर्मी की कार्यप्रणाली में कोई सुधार देखने को नहीं मिल रहा है।
शिकायतें
1. नियमित सफाई व्यवस्था नहीं होती है। कूड़ा-करकट खाली प्लॉटों में लोग फेंक रहे हैं जिससे दुर्गंध भी उठती है।
2. नालियों की समय से सफाई न होने से नालियों में गंदगी रहती है।
3. सप्लाई का पानी सही से न आने से पेयजल की समस्या रहती है।
4. कई बार हफ्तों तक पानी नहीं मिलता , पानी खरीदकर लाना पड़ता है।
सुझाव
1. नालियों की सफाई कराई जाए जिससे बीमारियों और संक्रमण के फैलने का खतरा न हो।
2. वार्ड की पेयजल समस्या का जल्द से जल्द नस्तिारण कराया जाए।
3. अन्ना गोवंशों को गोशालाओं में संरक्षित कराया जाए। आवारा कुत्तों को पकड़कर दूर छोड़ा जाए।
4. खराब पड़ी रोड लाइटों की मरम्मत कराकर उन्हें दुरुस्त कराया जाए ताकि रात में दिक्कतें न हों।
बोले बाशिंदे
नालियों की समय से सफाई कराई जाए, ताकि जलनिकासी सही से हो सके। साथ ही बरसात में जलभराव की समस्या का सामना न करना पड़े। - लक्ष्मण
सप्लाई का पानी ठीक न आने से पेयजल की समस्या है। कई बार हफ्तों तक पानी नहीं मिलता, पीने के लिए भी पानी खरीदकर लाना पड़ता है। -विष्णुनाथ
खराब रोड लाइटों को दुरुस्त कराया जाए, ताकि रात में अंधेरा होने पर भी सड़कों पर रोशनी रहे। साथ ही लोगों को आने-जाने में परेशान न होना पड़े। - मुकेश
आवारा कुत्ते मुसीबत बने हैं। लोगों को दौड़ा लेते हैं, कई बार लोगों को काट भी चुके हैं। शिकायतों के बाद भी समाधान नहीं होता है। -विशाल
पूरे इलाके में बिजली के तारों की बड़ी समस्या है, हादसों का खतरा बना रहता है, लोगों ने खपच्चियां बांधकर उन्हें संभाल रखा है। - रजत
सड़कों की हालत और जलभराव के कारण कोई भी बिना चिंता किए यहां से गुजर नहीं सकता। कोई सुधार नहीं हुआ है। इससे परेशानी हो रही है। -इरफान
बोले जिम्मेदार
नगर के सभी मोहल्लों में रोस्टर के मुताबिक काम होते हैं। सफाई कर्मी भी नियमित तौर पर अपना काम करते हैं। जहां ठीक से सफाई नहीं हो रही उसकी शिकायत करें, कार्रवाई की जाएगी। मोहल्लों में खराब
हैंडपंपों को ठीक कराया जाएगा। - श्यामेंद्र मोहन चौधरी, ईओ पालिका
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