बोले कुशीनगर: करारे जवाब से घुटनों के बल आया पाकिस्तान, हिमाकत पर फिर मिलेगा जवाब
Kushinagar News - कुशीनगर में मुस्लिम समाज ने कहा है कि देश संकट में है, तो एकजुट होकर दुश्मन का सामना करना चाहिए। पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को बढ़ावा देने की निंदा की गई। मुस्लिम समुदाय ने भारत सरकार और सेना का समर्थन...

kusheenagar bole: जब-जब देश संकट में फंसा है, तब-तब मुल्क ने एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए दुश्मन को करारा जवाब दिया है। खासकर पाकिस्तान जैसे देश को। एक बार फिर पाकिस्तान ने ऐसी ही हिमाकत की थी, जिसका जवाब भारतीय सेना द्वारा तीन दिनों से लगातार दिया जा रहा था। भारत के इस जवाब से घबराकर आखिरकार पाकिस्तान घुटनों के बल आ ही गया और विश्व बिरादरी से गुहार लगाकर किसी तरह अपनी अस्मिता को बचा लिया। वहीं, सीज फायर समझौते के साथ ही भारत ने यह भी तय कर लिया है कि यदि इसके बाद भी देश में आतंकी घटनाएं होतीं हैं तो भारत उसे युद्ध मानकर पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने को स्वतंत्र होगा।
‘हिन्दुस्तान से बातचीत करते हुए मुस्लिम समाज के लोगों ने भारत की जवाबी कार्रवाई की जमकर सराहना की है। kusheenagar News: इतिहास गवाह रहा है कि जब भी देश पर संकट का बादल मंडराया तो देशवासियों ने एकजुट होकर इसका मुकाबला किया और विजय भी हासिल की। चाहे वह जंगे-ए-आजादी का दौर हो या फिर पूर्व में पाकिस्तान व चीन के साथ लड़ा गया युद्ध। भारत के मुस्लिम समाज ने अपने देशभक्ति पर कभी आंच नहीं आने दिया और इस बार भी वह मादरे वतन के लिए अपनी जान तक कुर्बान करने को तैयार रहा। ‘हिन्दुस्तान से बातचीत करते हुए मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा कि, पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद को बढ़ावा देना और सीमा पर बार-बार सीजफायर का उल्लंघन करना निंदनीय है। उन्होंने भारत सरकार के साथ खड़े होकर सेना के पराक्रम और सरकार की नीतियों का समर्थन किया था। जिले के विभिन्न इलाकों से आए मुस्लिम समुदाय के बुद्धिजीवियों और धर्मगुरुओं ने एक स्वर से यह संदेश दिया कि भारत के मुसलमान देश के लिए कुछ भी कर गुजरने की तमन्ना रखते हैं। क्योंकि उनका मजहब उन्हें यही सीख देता है कि पहले मादरे वतन है, बाद में कुछ और। हम भारत में पैदा हुए हैं और यही हमारी मिट्टी है। जब भी देश पर संकट आया है, भारत का मुसलमान पीछे नहीं रहा है। हम अपने वतन की हिफाजत के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार हैं। मजहब हमें अमन सिखाता है, लेकिन जब बात सरहद की हो तो हमारी आस्था पहले देश में होती है। उनका कहना है कि, पाकिस्तान की साजिशें अब जगजाहिर हो चुकी हैं। वह मजहब के नाम पर आतंकवाद का सहारा लेकर मासूमों की जान ले रहा है। 22 मई को कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में निर्दोष आम नागरिकों को आतंकवादियों ने मार दिया था। इस हमले के बाद से ही पूरे देश के लोगों में आक्रोश था। जिस दिन यह घटना हुई थी, उसी दिन से लोग आतंकवाद और उसके पोषक पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। इसको लेकर सरकार और भारत की तीनों सेनाओं ने मिलकर एक ऐसी रणनीति बनाई, जिसमें पाकिस्तान को महज तीन दिन के भीतर ही घुटनों के बल आना पड़ा। सीज फायर समझौते को भले ही दोनों देश राजी हो गए हैं, लेकिन अगर फिर से पाकिस्तान कोई हरकत करता है या फिर देश में आतंकी घटनाएं होतीं हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह स्पष्ट भी कर दिया है कि आतंकी हमला के बाद पाकिस्तान युद्ध को तैयार रहेगा। इसके बाद भी अगर पाकिस्तान आतंकवादियों को संरक्षण देगा तो फिर भारत की तरफ से उसे ऐसा जवाब मिलेगा कि उसका नामों-निशान भी मिट जाएगा। उनका कहना है कि, कुछ लोग यह भ्रम फैलाते हैं कि मुसलमान पाकिस्तान के समर्थक होते हैं। जबकि सच्चाई यह है कि भारत का मुसलमान सबसे पहले अपने वतन का वफादार है। जो लोग मजहब और वतन के बीच दीवार खड़ी करना चाहते हैं, वे न भारत के हैं और न इस्लाम के। हमारा मजहब हमें ईमानदारी, वफादारी और इंसानियत सिखाता है और वतन से मोहब्बत भी इस्लाम का हिस्सा है। देश की एकता और शांति बनाए रखने की जिम्मेदारी सभी नागरिकों की है। कुछ बाहरी ताकतें भारत के अंदर नफरत फैलाकर उसे कमजोर करना चाहती हैं, लेकिन हम उनके मंसूबे को कभी कामयाब नहीं होने देंगे। मुसलमान समाज के लोगों को प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों का सहयोग करना चाहिए ताकि कोई भी अराजकतत्व समाज में गलत संदेश न फैला सके। इस विपरीत समय में भी हिन्दुस्तान के मुसलमानों ने मुल्क की सलामती और सेना के जवानों के सुरक्षित रहने की दुआएं मांगीं। ‘अल्लाह देश की एकता, अखंडता और भाईचारे को बनाए रखे। -------- बाहरी शक्तियों की हर साजिश का जवाब हमारी एकता : ‘हिन्दुस्तान से बातचीत करते हुए मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा कि, बाहरी शक्तियां इस साजिश में लगी हुईं हैं कि किस तरह फूट डालकर देश के विकास को रोका जाए, लेकिन भारत का हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई समेत सभी लोग पूरी तरह से एकजुट हैं। आज भारतवासी समझ चुका है कि एकता में ही शक्ति है और एक रहेंगे तो कोई भी बाहरी आक्रमण व षडयंत्र से हमें तोड़ नहीं सकेगा। आज एक बार फिर यह सिद्ध हो गया। -------- जरूरत पड़ी तो देश के लिए बहा देगें लहू का कतरा-कतरा : मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा कि, देश पर कोई आंच आई तो मुस्लिम समाज के लोग जरूरत पड़ने पर अपने लहू का कतरा-कतरा बहा देंगे। देश के मान-सम्मान को कम नहीं होनें देंगे। वतन है तो हम हैं। क्योंकि वतन से ही हमारा वजूद बना हुआ है। इसलिए हमारे लिए पहले देश है। यह भारत हमारा सबसे प्यारा मुल्क है और इस मुल्क की सलामती के लिए हम लोग अमनो-चैन की दुआएं मांग रहे थे। भारत ने अपनी शर्तों के आधार पर सीजफायर समझौता किया है। अगर इसका उल्लंघन हुआ तो पाकिस्तान अबकी परिणाम भुगतने को तैयार रहेगा। -------- धर्म से ऊपर मादरे-ए-वतन : कुशीनगर के मुस्लिम समाज के लोगों ने यह संदेश दिया कि भारत का मुसलमान न सिर्फ अपने देश से प्रेम करता है, बल्कि उसकी रक्षा के लिए हर संभव बलिदान देने को तैयार है। युद्ध हो या शांति, भारत की अखंडता और सुरक्षा में मुस्लिम समाज की भूमिका हमेशा सकारात्मक रही है और आगे भी रहेगी। मुस्लिम समाज के लोगों ने मजहब और राष्ट्रभक्ति के बीच की लकीर को मिटाते हुए एक सशक्त संदेश दिया है हम भारत के मुसलमान हैं और भारत हमारी जान है। -------- आतंकियों ने सिंदूर मिटाया था, पीएम ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर किया सफाया : इंजीनियर शाकिरूल्लाह, रियाज अहमद खान और मो. युनूस ने कहा कि, पहलगाम में जिस तरह से पाकिस्तान के आतंकवादियों ने कायरतापूर्वक हमला किया, वह निंदनीय है। आतंकियों ने महिलाओं का सुहाग उजाड़ दिया। सिंदूर मिटाने वाले पाक के आतंकियों के खिलाफ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो कदम उठाया, वह सराहनीय है। आतंकियों ने सिंदूर मिटाया और पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर आतंकियों को तो साफ किया ही, विश्व को भी यह संदेश दे दिया कि यह नया भारत है। छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं। भारत के तीनों सेनाओं के जवानों ने बहादुरी से दुश्मन को सबक सिखाया है। हम सभी देशवासियों की एकजुटता भी इस समय काम आई है। एकता में ही हमारी ताकत है और इसी ताकत को देख आज पाकिस्तान घुटनों के बल आ चुका है। प्रस्तुति: गंगेश्वर त्रिपाठी/सुनील कुमार मिश्र ------------------------------------------------ हमारी भी सुनें हमारा मजहब अमन सिखाता है और अमन की सबसे बड़ी मिसाल है अपने वतन से मोहब्बत। जो अपने देश का नहीं, वह किसी का नहीं हो सकता है। -काजी सय्यद खातीबुर्रहमान --- भारत की सरहदें हमारी आस्था का प्रतीक हैं। हम सभी की एकजुटता का ही असर है कि आज पाकिस्तान एक बार फिर घुटनों के बल आ चुका है। -मुस्ताक अहमद आतंकवाद के लिए इस्लाम में कोई जगह नहीं है। पाकिस्तान इस्लाम का नाम लेकर गुनाह करता रहा है। हम ऐसे किसी भी कृत्य की निंदा करते हैं। -अख्तर अली मजहब और राष्ट्रभक्ति को अलग नहीं किया जा सकता। हम मुसलमान हैं और भारत के सच्चे वफादार भी। हमारे लिए हमारा मुल्क ही सबसे ऊपर है। -इंजी. शाकिरूल्लाह मुसलमान देशभक्त हैं। हम नफरत फैलाने वालों को कामयाब नहीं होने देंगे। इस हालात में हम सभी की एकजुटता ही काम आई है। दुश्मन देश को करारा जवाब मिला है। -रियाज अहमद खान जब बात देश पर आएगी तो हम सभी एकजुट मिलेंगे। भारत सरकार और सेना की रणनीति से पाकिस्तान एक बार फिर पस्त हुआ है। अब गलती हुई तो भयानक सजा मिलेगी। -मो. युनूस ये नया भारत है। घर में घुसेगा भी और मारेगा भी। सेना के जवानों ने पाकिस्तान को ट्रेलर को दिखाया है। अगर दोबारा पाकिस्तान ने हरकत की तो परिणाम इससे भी खतरनाक होंगे। -निसार अहमद खान हमारी दुआएं देश के साथ हैं। आतंकियों के लिए इस दुनिया में कोई जगह नहीं है। सेना के जवानों ने पाकिस्तान को ठीक से सबक सिखाया है। तीन दिन में ही अकल ठिकाने आ गई। -आबिदुर्र अली हमारे लिए सबसे पहले हमारा मुल्क हिन्दुस्तान है। इसकी सलामती के लिए हम हर कुर्बानी देने के लिए तैयार है। सरकार और सेना का हम समर्थन करते हैं। -लड्डन कुरैशी कुरान भी सिखाती है कि जिस जमीन से रोजी मिलती है, उसकी हिफाजत फर्ज बनती है। जो ताकतें भारत को बांटना चाहती हैं, वे कभी सफल नहीं होंगी -मोइनुद्दीन अली पाकिस्तान आतंकवाद की फैक्ट्री है और हमारा भारत पाकिस्तान व उसके अंदर पनप रहे आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देकर एक बार उसे सबक सिखाने का काम किया है। -मौलाना अफसर रजा नईमी हम कानून व्यवस्था में सहयोग देते रहे हैं ताकि गलत तत्वों को मुंहतोड़ जवाब मिलता रहे। प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी हमसे भी संवाद बनाए रखने की कोशिश करें। -ताजुद्दीन अपने मुल्क से मुहब्बत करना यह हमारे इस्लाम का पैगाम है। हम अपने मदरसों और मस्जिदों में भी लोगों को शांति और भाईचारे का पाठ पढ़ाते हैं। -अब्दुल सत्तार पाकिस्तान की हरकतों पर हम उसका समर्थन कभी भी नहीं कर सकते। भारत का मुसलमान पाकिस्तान व उसके आंतकवाद के खिलाफ है। अबकी करारा जवाब मिला है। -मेराज अहमद
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।