कश्मीर पर तीसरे पक्ष का दखल स्वीकार न करने की नीति पर सख्ती से अमल जरूरी : मायावती
Lucknow News - लखनऊ में बसपा प्रमुख मायावती ने भारतीय सेना की 'ऑपरेशन सिंदूर' की सराहना की और पाकिस्तान की परमाणु धमकियों का सामना करने के लिए भारत सरकार के कदमों को उचित बताया। उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर किसी तीसरे...

लखनऊ। विशेष संवाददाता। बसपा प्रमुख मायावती ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की गौरवमय सैनिक कार्रवाई के लिए भारतीय सेना की सराहना करते हुए कहा कि पाकिस्तान द्वारा परमाणु धमकी व ब्लैकमेलिंग को नहीं सहने की भारत सरकार की चेतावनी उचित कदम है। साथ ही, कश्मीर मुद्दे पर अमेरिका व अन्य किसी भी तीसरे पक्ष की दखल को स्वीकार नहीं करने की राष्ट्रीय सहमति पर सख्ती से अमल करते रहना जरूरी है। इस ख़ास मुद्दे पर भी देश को अपने आपके अलावा किसी और पर भरोसा नहीं किया जाये तो यह बेहतर होगा। मायावती ने रविवार को दिल्ली में पार्टी संगठन की बैठक में कहा कि केन्द्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने सुरक्षा उपायों से देश में घातक आतंकी घटनायें अब किसी भी कीमत पर आगे नहीं होने दे।
पहले विदेश सचिव और फिर उसके बाद सेना की वरिष्ठ महिला अफसर को लेकर मध्य प्रदेश के एक वरिष्ठ मंत्री द्वारा की गयी संकीर्ण सोच वाली अशोभनीय टिप्पणी ऐसी प्रवृतियाँ हैं जिसको पार्टी स्तर पर भी सख्ती के साथ निपटना चाहिए। भाजपा की ओर से इस सम्बंध में मंत्री के खिलाफ जरूरी एक्शन का अभी भी पूरे देश को इंतजार था और रहेगा। किन्तु इसी को लेकर सपा के वरिष्ठ नेता द्वारा भी सेना को जाति में आँकने व बाँटने का प्रयास अति दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण व निन्दनीय है। मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड में सत्ताधारी लोगों तथा सरकारी मशीनरी के जनविरोधी रवैये व मनमानी के कारण कानून का राज का अभाव है। अब बी.एस.पी. ही लोगों की उम्मीदों की एकमात्र किरण है।
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