अस्पतालों में कैल्शियम की दवा की गुणवत्ता खराब होने की शिकायत
Lucknow News - बलरामपुर अस्पताल में मरीजों ने दवा काउंटर पर नमी से प्रभावित कैल्शियम दवा की शिकायत की। दवा का रैपर खोलते ही यह चूर्ण में बदल जाती है। कई मरीजों ने इसकी गुणवत्ता को लेकर चिंता जताई है। अस्पताल के...

- बलरामपुर अस्पताल में मरीजों ने दवा काउंटर पर पहुंचकर की शिकायत लखनऊ, संवाददाता।
सरकारी अस्पतालों में ड्रग कॉरपोरेशन की ओर से आपूर्ति की गई कैल्शियम की दवा में नमी की शिकायत आ रही है। दवा का रैपर खोलते ही वह चूर्ण की तरह बिखर जाती है। कई मरीजों ने इसकी शिकायत दर्ज कराई है। दवा का असर भी कम होने का आरोप लगाया है। अफसरों का कहना है कि दवा की गुणवत्ता ठीक न होने पर वापस कराया जाएगा।
ड्रग कॉरपोरेशन से सरकारी अस्पतालों में कैल्शियम की दवा आपूर्ति बैच नंबर सीएचटी 4362 से हुई है। ओपीडी में आने वाले मरीजों को दवा वितरित की जा रही है। मरीजों का आरोप है कि दवा का रैपर खोलते ही वह चूरन की तरह हो जा रही है। कई मरीजों ने बलरामपुर अस्पताल में शिकायत की है। अस्पताल के दवा काउंटर के कर्मचारियों ने इस बात की जानकारी अफसरों को भी दे दी है। बलरामपुर के कार्यवाहक निदेशक डॉ. संजय तेवतिया ने बताया कि दवा की गुणवत्ता परखी जाएगी। शिकायत होने पर दवा को वापस कराया जाएगा।
बीपी की दवा नहीं हुई वापस
बीपी की दवा टेल्मीसारटेंन 40 एमजी की आपूर्ति सभी अस्पतालों में बीते माह हुई थी। उसका बैच नंबर एलएमटी 240537 है। इस दवा की गुणवत्ता ठीक नहीं थी। दवा का रैपर खुलने पर टूट रही थी। दवा में नमी आ गई थी। शिकायत के बाद भी अफसरों ने दवा को वापस नहीं किया। नमी लगी दवा सैकड़ों मरीज खा गए।
नमी लगने से बेअसर हो जाती दवाएं
विशेषज्ञों का कहना है कि दवाएं नम होने से उसकी गुणवत्ता पर सबसे अधिक असर पड़ता है। मरीज के दवा खाने के बाद वह बेअसर रहेगी। ऐसे में दवाओं को एक नियमित तापमान और नमी से बचाना बेहद जरूरी होता है।
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