Senior Assistant Rekha Tomar Accused of Embezzling Over 7 Lakhs at RLB Hospital आरएलबी अस्पताल में लाखों के गबन में महिला बाबू दोषी, Lucknow Hindi News - Hindustan
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आरएलबी अस्पताल में लाखों के गबन में महिला बाबू दोषी

Lucknow News - राजाजीपुरम के आरएलबी अस्पताल में वरिष्ठ सहायक रेखा तोमर पर सवा सात लाख रुपये गबन का आरोप सिद्ध पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग की जांच में यह पाया गया कि उन्होंने जुलाई 2019 से जुलाई 2021 तक यूजर चार्जेज...

Newswrap हिन्दुस्तान, लखनऊThu, 17 April 2025 11:45 PM
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आरएलबी अस्पताल में लाखों के गबन में महिला बाबू दोषी

राजाजीपुरम के रानी लक्ष्मीबाई संयुक्त अस्पताल (आरएलबी) में तैनात रही वरिष्ठ सहायक (बाबू) रेखा तोमर पर करीब सवा सात लाख रुपये गबन का आरोप सही पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग के देवीपाटन मंडल के अपर निदेशक की ओर से मामले की जांच की गई। उन्होंने अपनी 113 पन्नों की रिपोर्ट में रेखा तोमर पर आरोप सिद्ध पाए जाने की संस्तुति कर पूरी रिपोर्ट शासन, महानिदेशालय स्तर को सौंप दी गई है। माना जाता है कि जल्द ही शासन आरोपित महिला बाबू पर सख्त कार्रवाई कर सकता है। आरएलबी संयुक्त अस्पताल में वरिष्ठ सहायक पद पर रेखा तोमर तैनात रही थीं। रेखा के पास राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा कर्मचारियों के मानदेय एवं यूजर चार्जेज से संबंधित कार्य देखा जा रहा था। उन्होंने अपनी तैनाती के दौरान जुलाई 2019 से जुलाई 2021 तक यूजर चार्जेज 7,92,358 रुपए देयता थी। मामला पकड़े जाने पर रेखा ने 30 मार्च 2022 तक 3,14,600 रुपए रोगी कल्याण समिति के खाते में जमा किया। बाकी 4,77,758 रुपए ब्याज सहित धनराशि देय है, जिसे आज तक जमा नहीं किया है। बाद में वह सीएमओ कार्यालय लखनऊ में वरिष्ठ सहायक पद पर ही संबद्ध कर दी गईं। उनके खिलाफ थाना तालकटोरा में एफआईआर के लिए भी पत्राचार किया गया।

एफआईआर भी हुई, अपर निदेशक ने की जांच

देवीपाटन मंडल के स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि रेखा तोमर ने 10 सितंबर 2024 में अपने बयान में कहा कि आरएलबी में तैनाती के दौरान उक्त अवधि में उनके द्वारा अक्तूबर 2019 से 31 दिसंबर 2021 तक यूजर चार्जेज संबंधी धनराशि जमा नहीं किया गया। तथा कुल धनराशि 7,24,000 ब्याज सहित अपने पास ही रखे रहीं। इन्होंने बताया कि यूजर चार्जेज धनराशि ओपीडी काउंटर से प्राप्त होती थी। एफआईआर हो जाने पर रेखा तोमर ने अलग-अलग तारीख में सात बार में 7,24,000 रुपए ब्याज सहित जमा किया।

गबन के आरोप सही मिले

इस सब के आधार पर रेखा तोमर पर लगाए गए आरोप सिद्ध पाए गए हैं। अपर निदेशक ने मार्च में ही अपनी संस्तुति और 113 पन्नों की जांच रिपोर्ट शासन, स्वास्थ्य मुख्यालय के अफसरों को प्रेषित कर दी है।

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