Asthma Cases Rise Due to Air Pollution and Smoking in Maharajganj वायु प्रदूषण व धूम्रपान लोगों को बना रहा अस्थमा का मरीज, Maharajganj Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsMaharajganj NewsAsthma Cases Rise Due to Air Pollution and Smoking in Maharajganj

वायु प्रदूषण व धूम्रपान लोगों को बना रहा अस्थमा का मरीज

Maharajganj News - महराजगंज में वायु प्रदूषण और धूम्रपान के कारण अस्थमा के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जिला अस्पताल में हर दिन औसतन 20 नए अस्थमा मरीज आ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि धूल, धुआं और आनुवंशिकता...

Newswrap हिन्दुस्तान, महाराजगंजTue, 6 May 2025 09:43 AM
share Share
Follow Us on
वायु प्रदूषण व धूम्रपान लोगों को बना रहा अस्थमा का मरीज

महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। वायु प्रदूषण व धूम्रपान लोगों को बहुत जल्द अस्थमा की मरीज बना रही है। इसकी तस्दीक जिला अस्पताल पहुंचे मरीज कर रहे हैं। चेस्ट फिजिशियन कक्ष में हर रोज औसतन 20 अस्थमा मरीज पहुंच रहे हैं। इनकी हिस्ट्री में धूल, धुआं और वायु प्रदूषण के अलावा आनुवंशिक होने की बात सामने आ रही है। जिला अस्पताल के श्वांस रोग विशेषज्ञ एवं चेस्ट फिजिशियन डॉ. रंजन कुमार सिंह ने बताया कि अस्थमा सांस से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है, जो धूल, धुआं, वायु प्रदूषण से होती है। यदि माता-पिता अस्थमा रोगी है, तो बच्चों को यह बीमारी होने की आशंका अधिक होती है।

सोमवार को ओपीडी में पहुंचे 150 मरीजों में 20 अस्थमा पीड़ित शामिल रहे। डॉक्टर ने इन मरीजों को नियमित दवा लेने के साथ ही शुद्ध वातावरण में रहने व धूल और धुंआ व धूम्रपान से दूर रहने की सलाह दी है। समय से पहले व कम वजन के नवजात को अस्थमा होने की आशंका अधिक समय से पहले और कम वजन के नवजात को अस्थमा होने की आशंका अधिक होती है। इतना ही नहीं गर्भावस्था के दौरान यदि मां धूम्रपान करती है तो उसके पेट में पल रहे नवजात को अस्थमा होने की आशंका सबसे अधिक हो जाती है। ऐसे नवजातों को इस बीमारी से बचाने के लिए तत्काल डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। डॉक्टर के परामर्श पर नवजात का तत्काल इलाज शुरू करना चाहिए। अस्थमा होने के कारण धूम्रपान करने वाले लोगों के साथ एक घर में रहना, वायु प्रदूषण, धूल, धूम्रपान, इत्र, समय से पहले नवजात का जन्म होना, कम वजन का पैदा होना और गर्भावस्ता के दौरान मां का धूम्रपान करने से नवजात अस्थमा रोगी हो जाते हैं। अस्थमा के लक्षण सांस लेने में परेशानी,घरघराहट,खांसी,छाती में जकड़न और कमजोरी अस्थमा के लक्षण हैं। अस्थमा के साथ ही अन्य बीमारियों की दवाएं पर्याप्त मात्रा में स्टाक हैं। बीमारी से गंभीर मरीजों को त्वरित इलाज देने के लिए पोर्टल वेंटिलेटर की भी व्यवस्था है। डॉक्टरों को मरीजों की जांच व बेहतर देखभाल की सलाह दी गई हैं। हर रोज इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। डॉ. एके द्विवेदी, सीएमएस जिला अस्पताल

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।