ट्रंप का एक और बड़ा ऐलान, भारत की इन कंपनियों के शेयर क्रैश, बेचने की लगी होड़
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब देश के बाहर बनी फिल्म (मूवी) पर 100 प्रतिशत का शुल्क लगाने की धमकी दी।

Pharma shares: शेयर बाजार में आज मंगलवार को भारतीय दवा कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखी जा रही है। यह गिरावट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक कार्यकारी आदेश के बाद आई। आज शुरुआती कारोबार में निफ्टी फार्मा इंडेक्स में 1.4% की गिरावट देखी गई। ल्यूपिन में सबसे अधिक गिरावट आई और यह कारोबार के दौरान 3% से अधिक टूट गया था। वहीं, अरबिंदो फार्मा में भी 3% से ज़्यादा की गिरावट आई। सिप्ला में 2% से अधि की गिरावट और सन फार्मा में 1.9% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा बायोकॉन में 0.3% की गिरावट दर्ज की गई। फार्मा कंपनी के शेयरों में इस गिरावट के पीछे ट्रंप सरकार का एक ऐलान है।
क्या है ऐलान
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घरेलू दवा वा निर्माण को बढ़ावा देने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किया गया है। इस आदेश का उद्देश्य संयुक्त राज्य अमेरिका में घरेलू दवा उत्पादन को बढ़ावा देना है। इससे भारतीय दवा निर्यातकों के लिए संभावित व्यवधानों के बारे में चिंताएं पैदा हुईं। ये निर्यातक अमेरिकी बाजार पर बहुत अधिक निर्भर हैं। निफ्टी फार्मा इंडेक्स में गिरावट देखी गई। ल्यूपिन, अरबिंदो फार्मा और सिप्ला जैसी कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ा।
शेयर बाजार का हाल
इधर, घरेलू बाजार सेंसेक्स और निफ्टी में मंगलवार को शुरुआती कारोबार में उतार-चढ़ाव भरे रुझान देखने को मिले। बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 100.4 अंक की गिरावट के साथ 80,696.44 अंक पर आ गया, जबकि एनएसई निफ्टी 40.15 अंक फिसलकर 24,421 अंक पर आ गया। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से टाइटन, सन फार्मा, इटर्नल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोटक महिंद्रा बैंक और बजाज फाइनेंस के शेयर नुकसान में रहे। महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल, नेस्ले, हिंदुस्तान यूनिलीवर और टाटा स्टील के शेयर लाभ में रहे।
बता दें कि इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब देश के बाहर बनी फिल्म (मूवी) पर 100 प्रतिशत का शुल्क लगाने की धमकी दी। ट्रंप ने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ’ पर रविवार रात को एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने वाणिज्य विभाग और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय को “हमारे देश में आने वाली विदेशी जमीन में बनी किसी भी फिल्म पर 100 प्रतिशत का शुल्क लगाने के लिए अधिकृत किया है। उन्होंने लिखा, “अमेरिका में फिल्म उद्योग बहुत तेजी से मर रहा है।” उन्होंने कहा कि अन्य देश “फिल्म निर्माताओं और स्टूडियो को अमेरिका से दूर करने के लिए सभी प्रकार के प्रोत्साहन दे रहे हैं।” “