फर्जी नियुक्ति के 50 से अधिक शिक्षक बर्खास्त, रिकवरी एक से भी नहीं
Maharajganj News - महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। फर्जी दस्तावेज पर नियुक्ति कराकर अध्यापक बनने वाले जालसाजों के

महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। फर्जी दस्तावेज पर नियुक्ति कराकर अध्यापक बनने वाले जालसाजों के लिए जनपद एशगाह बना हुआ है। स्थिति यह है कि पिछले पांच साल में करीब पचास शिक्षक शिकायत के बाद बर्खास्त किए जा चुके हैं, उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराया जा चुका है, लेकिन शासनादेश के बाद भी एक भी बर्खास्त शिक्षक से वेतन की रिकवरी नही हो पाई है। एफआईआर दर्ज होने के बाद अधिकांश शिक्षक अरेस्ट स्टे लेकर बैठे हैं। इस वजह से उनकी गिरफ्तारी भी नहीं हो पा रही है। बेसिक शिक्षा विभाग की कार्रवाई पर गौर करें तो हाल ही में सिसवा ब्लाक के हरखपुरा में तैनात एक शिक्षक को बर्खास्त किया गया है।
आरोप लगा था कि शिक्षक ने अपनी नियुक्ति के लिए जिस टीईटी अंक पत्र लगाया था वह महोबा जिले की पिछड़ी जाति की महिला का है। बीएड की जगह डीएड की डिग्री लगाया था। शिकायत की जांच शुरू होते ही आरोपित शिक्षक स्कूल आना छोड़ दिया। विभाग ने जांच को आगे बढ़ाते हुए नोटिस दिया। जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर बीएसए रिद्धी पांडेय ने बर्खास्त कर दिया दिया। एफआईआर दर्ज कराने दिया। यह केवल एक स्कूल में फर्जी नियुक्ति नहीं है। पिछले पांच साल में पचास से अधिक स्कूल पर फर्जी ढंग से तैनात शिक्षक बर्खास्त किए जा चुके हैं। आंगणन के बाद वेतन रिकवरी की शुरू होती है प्रक्रिया फर्जीवाड़ा में बर्खास्त आरोपित शिक्षकों का वेतन नियुक्ति की तिथि से रिकवरी कराने का आदेश होता है। इसके लिए बीएसए कार्यालय से लेखा विभाग को बर्खास्त शिक्षकों के वेतन का आगणन तैयार करने के लिए पत्र जारी किया जाता है। लेखा विभाग वेतन आगणन कर रिपोर्ट बीएसए कार्यालय को देता है। उसके बाद वेतन की रिकवरी की प्रक्रिया शुरू की जाती है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक लेखा विभाग को वेतन रिकवरी का आगणन तैयार के लिए पत्र ही नहीं मिला है। जिम्मेदारों की भूमिका भी संदेह के घेरे में परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों की नियुक्ति के बाद बेसिक शिक्षा विभाग चयनित शिक्षकों के सभी शैक्षणिक अभिलेखों की जांच कराता है। हाईस्कूल, इंटर, स्नातक, बीटीसी, बीएड प्रमाण पत्रों का संबंधित बोर्ड से सत्यापन रिपोर्ट मिलने के बाद ही वेतन व एरियर भुगतान किया जाता है। कार्यालय के कर्मियों की भूमिका इसलिए भी संदेह के घेरे में है। कोतवाली पुलिस ने 15 में से आठ मामले में लगाई चार्जशीट बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ कोतवाली में सर्वाधिक पन्द्रह मामला पंजीकृत है। इसमें से आठ केस में विवेचना पूरी कर चार्जशीट लगा दी गई है। सात मामलों की विवेचना लंबित है। विवेचना पूरी करने के लिए विधिक प्रक्रिया जारी है। बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ विभागीय गाइडलाइन के अनुसार विधिक प्रक्रिया पूरी कराई जा रही है। प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी है। रिकवरी की प्रक्रिया को आगे बढ़ाई जाएगी। रिद्धी पांडेय, बीएसए
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